सैफई मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में आईएपीईएन स्टर इटावा के तत्वाधान में विश्व एड्स दिवस के संदर्भ में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को एचआईवी/एड्स के बारे में जागरूक करना था और समाज में इसके प्रति व्याप्त भ्रांतियों को दूर करना था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, सैफई मेडिकल कॉलेज के प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉ. रमाकांत ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों के साथ सामान्य जीवन जीने में कोई खतरनाक बात नहीं है। उन्होंने कहा कि एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ रहने या उनके साथ खाना खाने से एड्स नहीं फैलता, इसलिए समाज में संक्रमित व्यक्तियों से किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज में जागरूकता फैलाना बेहद जरूरी है ताकि इस बीमारी को लेकर लोगों में भय और भ्रांतियों को समाप्त किया जा सके।
आईपीईएन चैप्टर के अध्यक्ष प जनरल सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. सोमेंद्र पाल ने एड्स के कारणों और उसके लक्षणों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि एड्स एचआईवी नामक विषाणु से होता है और यह संक्रमण लगभग 12 सप्ताह बाद रक्त जांच के माध्यम से पहचान में आता है। ऐसे व्यक्ति को एचआईवी पोजिटिव कहा जाता है। डॉ. सोमेंद्र ने आगे बताया कि एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति कई वर्षों तक सामान्य जीवन व्यतीत कर सकता है, लेकिन वह दूसरों को संक्रमित कर सकता है, इसलिए इससे बचाव के उपायों के बारे में जागरूक होना जरूरी है।
इस अवसर पर ओपीडी में उपस्थित मरीजों और उनके परिजनों को एड्स के प्रसार, इससे बचाव के उपाय और इसके प्रति समाज में सकारात्मक दृष्टिकोण रखने के बारे में जागरूक किया गया।