सैफई। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से निकलने वाले वाहनों की बृहस्पतिवार को की गई पड़ताल से चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। केवल 16 मिनट में करीब 20 वाहन ओवर स्पीड से निकल गए, जबकि प्रतिदिन ओवर स्पीड में 20 से 25 वाहनों का ही चालान किया जाता है। यह आंकड़ा यह बताता है कि कहीं न कहीं यातायात निगरानी में चूक हो रही है।
संवाद न्यूज एजेंसी की टीम ने सैफई क्षेत्र में स्थित किलोमीटर संख्या 104 पर बने फूड प्लाजा के पास शाम 4:10 बजे आगरा की ओर जाने वाले वाहनों की निगरानी की। इस दौरान पता चला कि केवल 16 मिनट में 115 चार पहिया वाहन गुजरे, जिनमें से लगभग 20 वाहन ओवर स्पीड से चल रहे थे। इनकी रफ्तार 120 से 140 किलोमीटर प्रति घंटा थी, जबकि एक्सप्रेसवे पर ओवर स्पीड के तहत प्रतिदिन केवल 20 से 25 वाहनों का चालान किया जा रहा है।
यदि इस आंकड़े का औसत निकाला जाए तो स्थिति और भी चिंताजनक नजर आती है। एक घंटे में 60 वाहन ओवर स्पीड से निकल रहे हैं, तो 24 घंटे में यह संख्या बढ़कर 1440 हो जाती है। इसके बावजूद, केवल 20-25 वाहनों का ही चालान किया जाता है, जिससे लगता है कि एक्सप्रेसवे पर यातायात निगरानी में कहीं न कहीं लापरवाही हो रही है।
इटावा जिले के एआरटीओ प्रदीप कुमार ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इटावा जिले में लगभग 33 किलोमीटर का हिस्सा एक्सप्रेसवे का पड़ता है और यहां प्रतिदिन 20 से 25 वाहनों का ओवर स्पीड में चालान किया जा रहा है। यह आंकड़ा इस बात का प्रतीक है कि एक्सप्रेसवे पर यातायात की सुविधा का लाभ उठाने वाले वाहन चालक अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं, जबकि ओवर स्पीड पर नियंत्रण की सख्त जरूरत है।