इटावा सफारी पार्क के नेचर ट्रेल में 24 अगस्त को निदेशक डॉ. अनिल कुमार पटेल के निर्देशन में “नेचर वॉक” का आयोजन किया गया। सोसाइटी फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (स्कॉन) के महासचिव डॉ. राजीव चौहान के नेतृत्व में हुए इस कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. विनय कुमार सिंह, उपनिदेशक इटावा सफारी पार्क ने किया। उन्होंने प्रतिभागियों को सफारी पार्क की स्थापना, उपलब्धियों और जैवविविधता के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
डॉ. सिंह ने बताया कि इटावा सफारी पार्क का विकास 350 हेक्टेयर क्षेत्र में हुआ है, जिसे सुरक्षित करने के लिए बाउंड्री वॉल बनाई गई है। बीते दस वर्षों में यहाँ कई चुनौतियों को पार करते हुए पौधरोपण और जैवविविधता संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए गए हैं। वर्तमान में यहाँ पेड़-पौधों की 452, चिड़ियों की 241 और तितलियों की 73 प्रजातियाँ पाई जाती हैं। फरवरी 2025 में स्थापित नेचर ट्रेल इसी दिशा में एक अहम कदम है, जहाँ पर्यटक पैदल प्रकृति का अनुभव कर सकते हैं।
नेचर वॉक में जनपद इटावा के 25 प्रकृति प्रेमियों ने सहभागिता की। इस दौरान बायोलॉजिस्ट बी.एन. सिंह और डॉ. अत्री गुप्ता ने प्रतिभागियों को पेड़-पौधों की 35, चिड़ियों की 17, कीटों की 11 और तितलियों की 8 प्रजातियों से रूबरू कराया। कार्यक्रम में डॉक्टर, शिक्षक-शिक्षिकाएं, बच्चे और अन्य नागरिक उत्साहपूर्वक शामिल हुए।
दो घंटे की इस नेचर वॉक के दौरान प्रतिभागियों को प्रकृति से जुड़े कई रोचक और शैक्षणिक तथ्य बताए गए। वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. देवेंद्र दुबे ने रामचरित मानस की चौपाई का उल्लेख करते हुए पौधों और ऋतुओं के बीच के संबंध को भावपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. राजीव चौहान ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य आम लोगों में प्रकृति, पेड़-पौधों, चिड़ियों और जीव-जंतुओं के प्रति लगाव पैदा करना है। उन्होंने सफारी पार्क प्रशासन, वन क्षेत्राधिकारी रूपेश श्रीवास्तव और सभी कर्मचारियों का सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया और आने वाले प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।