बकेवर:- जनता कॉलेज बकेवर इटावा के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा जय गुरुदेव आश्रम खितौरा में आयोजित हो रहे विशेष शिविर के तीसरे दिवस का शुभारंभ योगाभ्यास एवं मोटिवेशन के द्वारा किया गया।
योगाभ्यास एवं मोटिवेशन आश्रम के सन्यासी शिवम राजपूत ने कराया और बताया कि योग का मतलब है जुड़ना तथा मोटिवेशन से हम अपने मन की चंचलता को एकाग्र कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि हमारे मन में एक सेकंड में 1000 विचार बनते हैं लेकिन हमको सिर्फ एक विचार पर ही एकाग्रता करके चलना होगा जो हमें सफल और मूल्यवान बनाएगा और यह सब सिर्फ योगाभ्यास के सतत प्रयास से ही संभव होगा।
इसी सत्र में प्रो एमपी यादव ने हार्टफुलनेस एवं रिलैक्सेशन के बारे में विस्तार से चर्चा की। तद्पश्चात स्वयंसेवकों ने मंदिर परिसर की साफ सफाई की कथा गांव में जाकर स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक किया। प्रथम तकनीकी सत्र में कॉलेज के प्राचार्य प्रो राजेश किशोर त्रिपाठी एवं कार्यक्रम अधिकारी डॉ मनोज यादव के दिशा निर्देशन में गांव खितौरा के सर्वेक्षण के लिए विभिन्न बिंदुओं जैसे गांव का इतिहास, गांव का नक्शा, किसानों का मुख्य फसल चक्र, गांव के रोजगार कीमत व्यवस्था, गांव की मुख्य समस्याओं एवं उनके निदान के उपायों पर विशेष चर्चा की गई।
द्वितीय तकनीकी सत्र में एचडीएफसी इटावा के विपिन चौबे ने बताया कि अच्छी शिक्षा लेकर आप आगे बढ़ेंगे तो निश्चित ही सफलता मिलेगी है। जसवंत नगर कॉलेज के सहायक प्राध्यापक अवनीश कुमार ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि जनता कॉलेज बकेवर की एक अलग पहचान है।
इसमें पढ़ने वाले छात्रों को शिक्षा के साथ सामाजिक सद्भाव भी सिखाया जाता है। इसी सत्र में स्वयंसेवकों के द्वारा आश्रम के एक निश्चित क्षेत्र में अमरूद की बाग लगाने का प्रयास किया जा रहा है जिसके लिए स्वयंसेवकों ने आज गड्ढे बनाये। तृतीय सत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें मतदाता जागरूकता मिशन शक्ति पर्यावरण संरक्षण तथा सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता के लिए स्वयं सेवकों ने नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया।
इसी सत्र में खतौरा मंदिर के प्रबंधक अरविंद यादव ने स्वयंसेवकों को सत्संग के माध्यम से शाकाहारी रहने एवं शाकाहार होने के विभिन्न फायदे भी बताएं। इस मौके पर कॉलेज प्राध्यापक डॉ आदित्य कुमार, शिक्षणेत्तर कर्मचारी राजकुमार वर्मा, शैलेंद्र कुमार, गणेश, शैलेंद्र मिश्रा सहित 50 स्वयंसेवक उपस्थित रहे।