नगर पालिका परिषद की बोर्ड बैठक में भाजपा नेता एवं समाजसेवी शरद बाजपेयी ने चुटकीले अंदाज में अपनी बातें रखते हुए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने अटल पथ के कार्यों की जानकारी मांगते हुए कहा कि अटल जी की प्रतिमा की स्थापना और डीएम चौराहे पर सौंदर्यीकरण के लिए स्वीकृत बजट का पूरा विवरण प्रस्तुत किया जाए। साथ ही, उन्होंने अटल पथ पर प्लेटफॉर्म को बड़ा करने, लाइटें और फव्वारे लगाने, तथा प्रतिमा पर छत्र लगवाने की मांग की।
शरद बाजपेयी ने नगर पालिका द्वारा खरीदी जाने वाली वस्तुओं और निर्माण कार्यों की आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत करने की मांग की। उन्होंने इटावा नगर की सड़कों, पुलियों और नालियों की खराब स्थिति का मुद्दा उठाते हुए तत्काल मरम्मत कार्य शुरू करने की बात कही। साथ ही, सर्दियों को ध्यान में रखते हुए हर सभासद को 50 कंबल उपलब्ध कराने की मांग की ताकि जरूरतमंदों की मदद हो सके।
बैठक में उन्होंने नाम परिवर्तन शुल्क, मरम्मत शुल्क और दुकानों के किराए में वृद्धि का विरोध किया। बाजपेयी ने कहा कि इन बढ़ोतरी से व्यापारियों को कठिनाई होगी और इसका पूरी तरह से विरोध किया जाएगा। उन्होंने बाजार में लाइटें लगाने के कार्य में देरी पर सवाल उठाते हुए जिम्मेदारी तय करने की मांग की।
शरद बाजपेयी ने कहा कि पिछले कई वर्षों से वह व्यापारियों और जनता के लिए टॉयलेट सुविधाओं की मांग कर रहे हैं, लेकिन नगर पालिका इस पर ध्यान नहीं दे रही। उन्होंने नगर पालिका गेट पर बने मूत्रालय की खराब स्थिति पर चिंता जताई और इसे बेहतर ढंग से बनाने और पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की।
उन्होंने नगर पालिका द्वारा कुटेशन पर कराए गए कार्यों की जांच कराने और खरीदारी से संबंधित पूरी जानकारी सार्वजनिक करने की बात कही। बाजपेयी ने बांके बिहारी फर्म के कामों में देरी पर इसे ब्लैकलिस्ट करने और उसके सभी दस्तावेजों की जांच कराने की मांग भी की।
कालीवाहन और श्मशान घाट पर हुए कार्यों की जानकारी मांगते हुए उन्होंने कहा कि इन कार्यों का पूरा स्टीमेट और खर्च का ब्यौरा जनता के सामने लाया जाए। कट्टी खाने पर निर्माण कार्य से पहले उसकी रूपरेखा और नक्शा सदन में पारित करने की मांग भी उन्होंने रखी।
उन्होंने नगर पालिका में कर्मचारियों के हटाने और नियुक्तियों से संबंधित जानकारी मांगी। साथ ही, पीएफ खातों में घोटाले की आशंका जताते हुए इसकी जांच कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि डीएम के आदेश के बावजूद निर्माण कार्य जेई को क्यों नहीं सौंपा गया, इसका स्पष्टीकरण दिया जाए।
शरद बाजपेयी ने तह बाजारी ठेके से हुई आय और उसके उपयोग पर सवाल उठाए। उन्होंने मांग की कि वसूली गई राशि का हिसाब नगर पालिका में प्रस्तुत किया जाए और इसे इटावा के विकास कार्यों में लगाया जाए। उनकी बातें जनहित से जुड़ी थीं और उन्होंने नगर पालिका को जवाबदेही सुनिश्चित करने का आग्रह किया।