उदी। दो राज्यों के बीच प्रशासनिक सख्ती के बावजूद उदी चंबल पुल से भारी खनन वाहनों का निकलना जारी है। जर्जर हो चुके इस पुल की संरचनात्मक सुरक्षा और आम यात्रियों की जानमाल की सुरक्षा के मद्देनजर भिंड के डीएम ने सोलह चक्का से अधिक वजन वाले वाहनों को रोकने के आदेश दिए हैं।
डीएम भिंड संजीव श्रीवास्तव ने आदेश जारी करते हुए बताया कि 27 जून 2024 को डीएम इटावा से सशक्त आवागमन लागू किए जाने के बावजूद, भ्रमण के दौरान 15 और 16 दिसंबर की रात में 70 टन के भारी वाहनों को चंबल पुल से गुजरते हुए पाया गया। इसके अलावा, सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार सूचना मिल रही थी कि खनिज लदे ओवरलोड वाहन पुल से आवागमन कर रहे हैं।
डीएम भिंड ने बढ़ती ओवरलोडिंग को रोकने के लिए कवायद की और पाया कि 40 टन से अधिक वजन वाले वाहनों को रोक पाना संभव नहीं हो पा रहा है। इसलिए, चंबल पुल पर 16 चक्का से ऊपर के वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया। बुधवार रात 10:00 बजे से लागू करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन इस पुनः संशोधन करते हुए गुरुवार को दोपहर 12:00 बजे से सभी 16 चक्का से अधिक बड़े वाहनों का चंबल पुल पर आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
डीएम भिंड के आदेश के बाद टोल अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे किसी भी दशा में 16 चक्का से अधिक बड़े वाहनों को पुल पर न जाने दें। इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश की सीमा पर भी तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को इस संबंध में पत्र जारी किया गया है।
कुछ माह पूर्व चंबल पुल से 55 टन तक के खनन वाहनों को आवागमन की छूट दी गई थी, लेकिन बाद में पता चला कि इस पुल से निर्धारित सीमा से अधिक वजन वाले वाहन निकाले जा रहे हैं। डीएम भिंड ने 16 दिसंबर की रात को अचानक चंबल पुल का दौरा किया और पाया कि 70 टन के खनन वाहन भी पुल से गुजर रहे हैं, जिससे इस पुल को गंभीर खतरा हो सकता है।
इस पर उन्होंने पुल पर यातायात को लेकर सख्त प्रतिबंध लगाए हैं। इससे उम्मीद है कि चंबल पुल की संरचनात्मक सुरक्षा सुनिश्चित होगी और आम यात्रियों की जानमाल की सुरक्षा बनी रहेगी।