सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे दंपतियों ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए खोला पुस्ताकलय
इटावा– खुद की तैयारी में हो रही परेशानी को देखकर सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे दंपती ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लोगों के लिए रास्ता आसान कर दिया है। उन्होंने शहर में एक पुस्ताकलय खोला है। इसमें बहुत ही कम महीने की फीस देकर युवा तैयारी कर सकते हैं।
शहर के राम कश्यप दिल्ली यूनीवर्सिटी से इतिहास मे एमए ऑनर्स किए हुए हैं। 2016 में उन्होंने यूजीसी नेट भी पास किया है। उनकी पत्नी गीतांजली कश्यप भी भौति विज्ञान से एमएससी ऑनर्स हैं। 2017 में इन्होंने भी सीएसआईआर नेट की परीक्षा पास की है। दंपती पढ़ने में अच्छे और उन्हें आगे भी पढ़ने की रुचि थी। दोनों सिविल सर्विसेज की तैयारी का मन बनाया। राम ने यूूपी पीसीएस तो उनकी पत्नी ने यूपीएससी की शुरू की। कोविड से पहले तक दोनों दिल्ली में रहे, लेकिन कोविड मे 2019 में दोनों घर आ गए। यहां अच्छा माहौल अच्छी किताबें और नोट्स न मिलने की वजह उनकी पढ़ाई प्रभावित होने लगी। राम ने बताया कि बस तभी उन्होंने और उनकी पत्नी ने निर्णय लिया कि वह अपने स्तर से एक निजी पुस्तकालय खोलेंगे। ताकि उनकी तरह शहर के अन्य युवाओं को परेशानी न हो। उन्हें शहर में एक तैयारी करने का एक अच्छा माहौल मिलने के साथ ही अच्छे नोट्स, अच्छी किताबें भी उपलब्ध हो सकें। इस निर्णय में दंपति के परिवार ने भी उनका समर्थन किया। यही वजह रही कि शनिवार को उनके सपनों का पुस्ताकलय कुनैरा रोड पर पीएसी गेट नंबर 1 के सामने सदाशिव कॉलोनी में खोला गया है। राम ने बताया कि रुपये कमाना इस पुस्तकालय का मकसद नहीं है। जिले के युवाओं को शहर में तैयारी करने का अच्छा माहौल मिल सके। इसका प्रयास किया है। बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़ी सभी प्रकाशकों की किताबों के साथ ही कुछ स्पेशल नोट्स भी पुस्ताकालय में उपलब्ध कराने का प्रयास रहेगा।
70 छात्र छात्राओं ने कराया पंजीकरण, 12 निशुल्क
राम ने बताया कि यदि किसी छात्र-छात्रा की आर्थिक स्थिति कमजोर है। वह महीने में नाम मात्र के लिए लगने वाली सहयोग राशि भी देने में असमर्थ है तो हम उसका निशुल्क पंजीकरण करके तैयारी करने का मौका देते हैं। बताया कि इस समय 70 छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया हुआ है। इनमें से 12 बच्चों के निशुल्क पंजीकरण किया गया है।
लाइब्रेरी में पढ़ाई करने के लिए तीन शिफ्टों की व्यवस्था
पुस्तकालय संचालक राम ने बताया कि उनके पुस्तकालय में तीन शिफ्टों में पढ़ने की व्यवस्था की गई है। पहली शिफ्ट सुबह छह से 12 बजे तक है। इसमें आने वाले छात्र-छात्राओं से सिर्फ चार सौ रुपये प्रति माह लिए जाते हैं। वहीं 12 से आठ वाली दूसरी शिफ्ट के लिए पांच सौ रुपये और रात आठ से पूरी रात पढ़ाई करने के ती सौ रुपये का चार्ज रखा गया है। पढ़ने के छात्र-छात्रा किताबें या नोट्स घर पर भी ले जा सकते हैं। इसके लिए कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं है।