इटावा। इटावा के जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ.शिवचरण ने कहा है कि जनपद में शुरू हुए सक्रिय क्षय रोगी खोजी अभियान के तहत पिछले सात दिनों में अब तक 20 नए टीबी के मरीज खोजे गए। अभियान के दौरान पहले की तुलना में लोग टीबी के प्रति जागरूक दिख रहे हैं और जांच भी करा रहे है।
उन्होंने बताया कि यदि टीबी की पहचान शुरुआती दिनों में हो जाए और मरीज को लगातार छह माह ठीक से इलाज मिले तो व्यक्ति जल्द स्वस्थ हो सकता है। 2 हफ्ते से अधिक समय तक खांसी आने, खांसी के साथ बलगम आने, बुखार रहने और वजन कम होने पर टीबी की जांच अवश्य करवाएं। उन्होंने अपील की है कि घर-घर जाकर स्क्रीनिंग करने वाली स्वास्थ्य टीमें जब आपके यहां जांच करने आए तो अपनी जांच अवश्य करवाएं।
एसटीएस योगेंद्र ने बताया कि पिछले दिनों अभियान के तहत जिला कारागार में भी कैदियों की स्क्रीनिंग की गई थी उनमें से एक कैदी को टीबी की पुष्टि हुई है। उसको भी कानूनी प्रक्रिया पूर्ण करते हुए जल्द से जल्द जिला क्षय रोग चिकित्सालय में भर्ती कराया जाएगा। जिला समन्वयक कंचन तिवारी ने बताया कि पिछले सात दिनों में 169240 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इसमें 900 संभावित क्षय रोगियों के सैंपल लिए गए। उन्होंने बताया कि अब तक अभियान के तहत 20 क्षय रोगी खोजे गए।
सक्रिय खोजी अभियान के तहत सती मोहल्ला की आशा वर्कर ने बताया कि घर-घर जाकर खोजी अभियान के तहत 25 मार्च को 60 वर्षीय अजय (काल्पनिक नाम) की बलगम की जांच की गई और सीबी नेट जांच में उन्हें टीबी की पुष्टि हुई।
अजय ने बताया कि पिछले कई दिनों से मुझे बुखार आ रहा था और खांसी भी नहीं जा रही थी कई जगह दवा करवाई लेकिन आराम नहीं मिल पा रहा है और स्थिति यह हो गई है वर्तमान में मैं चल फिर नहीं पा रहा हूं। अजय ने बताया घर पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मेरे बलगम की जांच की जिसके बाद मुझे टीबी की पुष्टि हुई। उन्होंने बताया कि पहले मैं टीबी हॉस्पिटल में भर्ती होने के लिए राजी नहीं था लेकिन आशा प्रीति व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मुझसे संपर्क किया और सरकार की तरफ से मिलने वाले उपचार और सुविधाओं के बारे में बताया और समझाया अगर मैं भर्ती हो जाता हूं तो जल्द से जल्द स्वस्थ हो जाऊंगा जिसके बाद मैं 28 फरवरी को क्षय रोग चिकित्सालय में भर्ती हुआ।