इटावा। इटावा नारायन कालेज आफ साइंस एण्ड आर्ट्स में पं०दीन दयाल उपाध्याय जी की पुन्यतिथि मनायी गयी। इस अवसर पर विद्यालय की डायरेक्टर डा०श्रेता तिवारी,विद्यालय के प्रधानाचार्य डा०धर्मेन्द्र शर्मा एवं योगेश दुबे प्राचार्य उच्च शिक्षा ने पं०दीन दयाल उपाध्याय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर श्रद्धाजंलि दीगई।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य डा०धर्मेन्द्र शर्मा ने पं०दीन दयाल उपाध्याय जी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे एक महान दार्शनिक,समाजशास्त्री, समाजसेवक,संगठनकर्ता एवं भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष भी रहे हैं।
उन्होंने भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए देश को एकात्म मानववाद जैसी प्रगतिशील विचारधारा दी।
उन्होंने बताया कि उपाध्याय जी नितान्त सरल और सौम्य स्वभाव के व्यक्ति थे।राजनीति के अतिरिक्त साहित्य में भी उनकी गहरी अभिरुचि थी,उनके हिन्दी और अंग्रेजी के लेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते थे।केवल एक बैठक में ही उन्होंने चन्द्रगुप्त नाटक लिख डाला था। भारतीय समाज उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए हमेशा ऋणी रहेगा।
विद्यालय की डायरेक्टर डा०श्रेता तिवारी ने कहा कि उपाध्याय जी का आदर्शवादी व्यक्तित्व हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने भारतीय समाज को जोड़ने वाली जिस धारा रूपी लहर को छोड़ा था उसे निश्चित रूप से हम सभी को आगे बढ़ाना होगा। इस अवसर पर कॉलेज के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएँ मौजूद रहे।