भरथना,इटावा। भरथना में संचालित एचडीएफसी बैंक के नामजद कर्मचारी ने पीडित को गुमराह करके उसकी पासबुक व हस्ताक्षरयुक्त चैकबुक अपने पास रखकर करीब 8 लाख रूपये की धोखाधडी व जालसाजी करके निकाल लिये हैं। पीडित खाताधारक ने थाना पुलिस और बैंक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को प्रार्थना पत्र भेजकर रूपये वापस कराये जाने व दोषी बैंक कर्मी के विरूद्ध कार्यवाही की माँग की है।
पीडित खाताधारक कृष्णमुरारी पुत्र करन सिंह निवासी ग्राम बेलाहार, भरथना,ने बताया कि उसकी जमीन सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के लिए अधिग्रहण की गई थी। जिसके चलते विगत वर्ष 9 सितम्बर 2019 को 15 लाख 86 हजार 350 रूपया उसे मुआवजा के रूप में मिला था। उक्त धनराशि खाता में जमा करने के लिए भरथना की एचडीएफसी बैंक के तत्कालीन नामजद कर्मचारी द्वारा उसके घर पहुँचकर उसका खाता संख्या- 50100272847192 खोला गया था। जब पीडित को जरूरत पडने पर दिनांक 11सितम्बर 2019 को 2 लाख रूपये की निकासी करने गया,तो नामजद बैंक कर्मचारी ने उसे गुमराह करके चैकबुक की जगह पासबुक दे दी तथा उसकी हस्ताक्षरयुक्त चैकबुक अपने पास रख ली। पीडित ने बताया कि वह कम पढा लिखा व्यक्ति है। उपरोक्त 15 लाख 86 हजार 350 रूपये में से उसने मकान आदि बनवाने के लिए मात्र करीब 7 लाख रूपये बैंक कर्मचारी के माध्यम से निकाले, जबकि उनके द्वारा खाता की अन्य जानकारी उसे नहीं दी गई तथा धीरे-धीरे बैंक कर्मचारियों ने धोखाधडी व जालसाजी करके विभिन्न किस्तों में उसके खाते से करीब 8 लाख रूपये निकालकर व कुछ अन्य खातों में ट्रांस्फर करके धनराशि निकालकर गवन कर दिया। जब विगत माह उसे रूपयों की आवश्यकता हुई,तो बैंक रूपये निकालने गया। जिस पर बैंक कर्मचारियों ने कहा कि अब तुम्हारे खाते में मात्र 2 हजार 365 रूपया शेष है। इसके अलावा अब कोई धनराशि नहीं है। बैंक कर्मचारी द्वारा ऐसी सूचना देने पर वह बुरी तरह हैरान व परेशान हो गया तथा बैंक कर्मचारी द्वारा उसे शेष बची चैकबुक थमा दी गई।