सुनील यादव, जिनका जन्म 4 अगस्त 1983 को इटावा में हुआ, एक जुझारू समाजवादी युवा नेता के रूप में उभरे है। उनके पिता का नाम ओम प्रकाश यादव और माँ का नाम रक्षा यादव है। उनकी पत्नी का नाम नीतू यादव है और उनके दो बच्चे है बेटी प्रिशा यादव और बेटा अहान यादव।
सुनील ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा स्वामी विवेकानंद विद्या मंदिर इटावा में प्राप्त की। उन्होंने कक्षा 6 से 12 वीं तक की शिक्षा राजकीय इंटर कॉलेज इटावा से प्राप्त की। उन्होंने अपनी स्नातक की डिग्री चौधरी चरण सिंह पीजी कॉलेज, हेंवरा से प्राप्त की है। सुनील यादव जनपद इटावा में विशाल श्रद्धांजलि यात्रा के संयोजक के रूप में भी जाने जाते हैं।
छात्र जीवन में ही सुनील यादव का दिल राजनीति और समाज सेवा की दिशा में धडक रहा था। सन 2000 में, उन्होंने युवा एकता मिशन की स्थापना करके सामाजिक सेवा के क्षेत्र में अपना योगदान देना शुरू किया। सन 2007 में, उन्होंने समाजवादी पार्टी की युवजन सभा में भागीदारी करके जिलाध्यक्ष का पद संभाला, जहाँ उन्होंने युवाओं को एकता और सामाजिक संवाद की महत्वपूर्णता के प्रति प्रेरित किया।
सुनील यादव ने अपने समर्पण और सामर्थ्य से समाज में सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके सामाजिक सेवा के कार्यों से वह समाज के बीच आदर्श सामाजिक और राजनैतिक कार्यकर्ता के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। उनकी मेहनत, संघर्ष और समर्पण से उन्होंने अपने सपनों को हकीकत में बदलने का संकल्प दिखाया है।
उन्होंने 2016 में समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। उन्होंने समाजवादी सेकुलर मोर्चा के जिला अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और फिर शिवपाल सिंह यादव द्वारा बनाई गई प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष के रूप में लगातार सेवा की। सुनील यादव एक समर्पित समाजवादी और समाज सेवक हैं, जिन्होंने अपने जीवन में समाज के उत्थान और समृद्धि के लिए अपने सभी संसाधनों का प्रयोग किया है।
हर वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सुनील यादव द्वारा एक विशाल श्रद्धांजलि यात्रा निकाली जाती है, जिसकी शुरुआत सन 2000 में की गई थी। इस यात्रा का उद्देश्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद करना और उनका सम्मान करना है। इस यात्रा में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता ज्ञान सिंह यादव ने पहली बार हरी झंडी दिखाई थी और उसके बाद से यह यात्रा नियमित रूप से आयोजित की जाती है।
सुनील यादव के समर्पण और समाज सेवा में उनके साथियों की भागीदारी ने इस श्रद्धांजलि यात्रा को विशेष बनाया है। उनके नेतृत्व में सपा महासचिव शिवपाल सिंह यादव और अन्य महत्वपूर्ण नेता भाग लेते रहे हैं, जिससे इस यात्रा की एक महत्वपूर्ण और समृद्ध परंपरा बन चुकी है। 2017 में, पूर्व रक्षा मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री स्व. मुलायम सिंह यादव भी इस यात्रा में हरी झंडी देने के के लिए शामिल हुए, जिससे इस यात्रा को और भी अधिक महत्व प्राप्त हुआ।
सुनील यादव का योगदान और समर्पण समाज के उत्थान और सेवा के क्षेत्र में एक प्रेरणा स्रोत के रूप में मान्य होते हैं, और उनकी श्रद्धांजलि यात्रा के माध्यम से वे समाज में जागरूकता और शहीदों की महत्वपूर्णता को प्रचारित करते रहे हैं। सुनील यादव को शुरू से ही समाजवादी विचारधारा के युवा नेता के रूप में देखा जाता है। उनकी युवावस्था से ही समाज सेवा और राजनीति में गहरी रूचि के कारण वे युवाओं में बेहद लोकप्रिय है।
सुनील यादव अपने जुझारू और संघर्षी स्वाभाव के चलते विपक्ष के लिए हमेशा चुनौती बने रहे। वे कई बार जेल भरो आंदोलनों में एक समाजवादी युवा नेता के रूप के सम्मलित हो चुके है। सन 2009 में, बसपा सरकार के खिलाफ उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की गई और उन्हें नजरबंद कर दिया गया, लेकिन उनका जनता के प्रति समर्पण उन्हें हमेशा नई उर्जा के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहा।