अभिषेक यादव अंशुल: जनता के दिलों में बसे युवा सपा नेता
अभिषेक यादव अंशुल का जन्म 29 सितंबर 1987 को उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के सैफई गाँव में हुआ। उनके पिता का नाम श्री राजपाल यादव और माँ का नाम सुश्री प्रेमलता यादव है। उनकी पत्नी का नाम स्वीटी यादव है और उनके दो बच्चे है आरिका यादव समर्थ यादव। अंशुल यादव ने अपनी प्राथमिक शिक्षा देहरादून में पूरी की, फिर उन्होंने इटावा वापस आकर थियोसोफिकल इंटर कॉलेज इटावा से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की। उन्होंने उच्च शिक्षा एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा से पूर्ण की।
अंशुल यादव ने विद्यार्थी जीवन में ही सामाजवादी पार्टी में सक्रियता दिखाई। उन्हें समाजसेवा में दिलचस्पी थी और वे हमेशा गरीबों और पिछड़ों की मदद करने के लिए जाने जाते है। उन्होंने बसपा सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ आंदोलन में भाग लिया और सामाजिक न्याय के लिए जेल भी भरी। उनका यह विश्वास था कि समाज में बदलाव के लिए सक्रिय रहना और जनता के अधिकारों के लिए लड़ना आवश्यक है।
एक ऐसी खासियत जो अंशुल यादव को युवा नेता के तौर पर अलग बनाती है, वह है उनकी सुलभता और निकटता। वह लोगों के समीप रहने, उनकी समस्याओं को समझने और सक्रिय रूप से उनके लिए काम करने में विश्वास रखते हैं। वह लोगों के बीच हमेशा ही सक्रिय रहते है, उनके आवास पर दैनिक रूप से आम जनमानस की भीड़ उनके नेतृत्व में लोगों के विश्वास का उदाहरण है।
2015 में सदस्य जिला पंचायत सैफई के चुनाव में अंशुल यादव ने भाग लिया और जीत हासिल की। इसके बाद वह जिला पंचायत अध्यक्ष इटावा निर्वाचित हुए। 2021 में भाजपा सरकार की पूरी ताकत लगाने के बावजूद अंशुल यादव ने पुनः समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में इटावा जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर विजयी हुए। उन्होंने इस नए कार्यकाल में भी समाजसेवा, शिक्षा, स्वच्छता, निर्माण और विकास के क्षेत्र में कई योजनाएं शुरू कीं।
अंशुल यादव के नेतृत्व में इटावा में कई महत्वपूर्ण विकास कार्य पूर्ण किये गए। उनके नेतृत्व में जिले में सड़कों के निर्माण का काम व्यापक रूप से किया गया है। 154 से अधिक खडंजे और 57 से अधिक नाले बनाकर जल संरचना में सुधार किया गया है। इससे जल संचयन में भी सुधार किया गया है। अंशुल यादव के नेतृत्व में कोरोना महामारी के दौरान विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर पांच से अधिक कीटाणु नाशक टनल्स स्थापित किए गए, जो लोगों की सुरक्षा और स्वच्छता में मदद करते हैं।
उनके नेतृत्व में शिक्षा क्षेत्र में भी कई सुधार किए गए हैं। इटावा के 10 से अधिक विद्यालयों में भवन एवं बॉन्ड्री वॉल का निर्माण किया गया है, जिससे विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा के लिए उचित वातावरण मिलता है। इसके अलावा चकरनगर के चांदई स्टेडियम में टिन शेड, वॉच गैलरी और बॉन्ड्री वॉल के निर्माण का कार्य शामिल है, इससे स्पोर्ट्स के क्षेत्र में भी सुधार हुआ और खिलाड़ियों को बेहतर खेलने का अवसर मिला है।
अंशुल यादव के नेतृत्व में 435 इंटरलॉकिंग मार्गों का निर्माण जिला पंचायत इटावा द्वारा किया गया है। उनकी समृद्धि के लिए 148 सी.सी. मार्गों का निर्माण भी किया गया है। इटावा के 66 से अधिक ग्रामीण सम्पर्क मार्गों के लेपन का कार्य जिला पंचायत इटावा द्वारा किया गया है। यह विकास योजनायें ग्रामीण लोगों के जीवन में सुधार करने में मदद करेगी और उनके विकास को गति देगी। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन की सुविधा में सुधार हुआ। उनके योगदान से इटावा जिले में विकास की रफ्तार बढ़ी और लोगों को समृद्धि के साथ बेहतर जीवन जीने का मौका मिला।
अंशुल यादव का जीवन एक समर्पित समाजसेवी के रूप में विकसित हुआ है। उन्होंने अपने क्षेत्र के विकास में योगदान देने के लिए कठिनाइयों का सामना किया है, लेकिन उन्होंने हमेशा सही और न्यायिक रास्ते पर चलने का संकल्प किया है। उनकी सेवाएं और समर्पण ने उन्हें इटावा के लोगों के बीच एक प्रिय युवा नेता बना दिया है। अंशुल यादव ने न केवल राजनीतिक मैदान में बल्कि समाज में भी अपनी प्रभावशाली पहचान बनाई है। उन्होंने समाज के सभी वर्गों में न्याय, समानता और विकास को साधा है।
अंशुल यादव का समाजसेवा में योगदान भी अद्भुत है। वे हमेशा से गरीब, बेसहारा, असहाय और पिछड़े हुए वर्गों के साथी रहे हैं। उन्होंने बच्चों के शिक्षा के लिए विभिन्न विद्यालयों का कायाकल्प कराया है और मुख्य रूप से बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए प्रयास किए हैं। उनकी कुशलता और प्रशासनिक योग्यता ने उन्हें एक सशक्त और सक्रिय युवा नेता बनाया, जो लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध रहता है।
अंशुल यादव का समाज से प्रेम, सजगता, और समर्पण भरा हुआ जीवन लोगों के दिलों में एक प्रिय युवा नेता के रूप में स्थायी रूप से बस गया है। उनकी निष्ठा, समर्पण, और नेतृत्व की भावना से लोगों में उन्हें एक प्रेरणा स्त्रोत के रूप में देखा जाता है जो समाज के समर्थन के लिए निरंतर काम करता है।
अंशुल यादव की शक्तिशाली व्यक्तित्व और समाज के प्रति उनकी दृढ संकल्पना ने उन्हें राजनीतिक मैदान में एक प्रमुख युवा नेता बना दिया है, जो सदैव अपने क्षेत्र के विकास और समृद्धि के लिए संघर्ष कर रहा है। उनका योगदान इटावा के आम जनमानस के द्वारा पहचाना जाता है और वे लोगों के बीच एक जनप्रिय युवा नेता के रूप में अपनी जगह बना चुके हैं।
एक युवा राजनेता के रूप में, अंशुल यादव ने अद्भुत नेतृत्व क्षमता और जनता की आवश्यकताओं और आकांक्षाओं को समझने में गहरी समझ प्रदर्शित की है। अपनी राजनीतिक यात्रा के दौरान, उन्होंने लोकतंत्र, सामाजिक न्याय और सम्मिलित विकास के सिद्धांतों के प्रति गहरी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है, जिसके कारण वे जनता के बीच प्रिय युवा नेता बन गए हैं।