इटावा। बिजली कटौती व अन्य समस्याओ से जनता त्रस्त है,योगी सरकार की घोषणायें थौंथी है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी,किसान सभा,सीटू नवजवान सभा ने प्रदेशव्यापी आहवान के तहत अधीक्षण अभियंता के समक्ष हंगामी प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन प्रेषित करते हुए सुधार न होने पर बडे आंदोलन की चेतावनी दी।
अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर सभा में वक्ताओ ने बिजली कटौती,फाल्ट,फुके ट्रासफार्मर-जर्जर लाइने समय से न बदलने,जिलो में हो रही हेराफेरी, टयूबबैलो पर जबरिया मीटर लगाये जाने,किसानो बुनकरो एवं आम उपभोक्ताओ के प्रति विभाग के रवैये की कड़ी आलोचना करते हुए अन्यथा की स्थिति में बडे आंदोलन होने की चेतावनी दी।
किसान सभा के प्रांतीय महामंत्री का.मुकुट सिंह बतौर मुख्यवक्ता ने कहा कि योगी सरकार बिजली की समस्याये हल करने कटौती रोक पाने में पूरी तरह असफल साबित हुयी है। उपभोक्ताओ को 300 यूनिट एवं किसानो को बिजली देने के चुनावी वादो से मुकर गयी है।स्मार्ट मीटर के नाम पर बडी कम्पनियों का बडा खेल है।जिसमें अकूत कमाई है।बिजली जनता की बुनियादी जरूरत हो गयी है। इसका फायदा उठाकर जनता की जेबे खाली की जा रही हैं।ऊपर से निजीकरण और वृद्वि की तलवार लटक रही है।उन्होंने जनता के विभिन्न हिस्सों से एकजुट आंदोलन की अपील की।
माकपा जिलामंत्री एनआर यादव ने बताया कि देहात क्षेत्र में बिजली का बुरा हाल है। स्थानीय फाल्ट,फुके ट्रांसफार्मर, बिलों में हेराफेरी से जनता त्रस्त है,उनकी शिकायतो को विभागीय अधिकारी नजरंदाज करते हैं,उनका लक्ष्य सिर्फ वसूली है।
किसान सभा के राज्य संयुक्त मंत्री व जिलामंत्री संतोष शाक्य ने योगी सरकार पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि किसानो को फ्री बिजली का मुख्यमंत्री का आदेश विभाग में नहीं आया है।किसानो के टयूबबैलो पर जबरिया मीटर और अनापशनाप बिल आ रहे हैं।सीटू नेता अमर सिंह ने बिजली के निजीकरण के खिलाफ संयुक्त आंदोलनो की अपील की।
इस अवसर पर अनिल दीक्षित,प्रेमशंकर यादव, संतोष राजपूत, विवेक यादव,नरेन्द्र शाक्य, रामवरन सिंह यादव,वैद्य विश्राम सिंह,ओपी सिंह, निजामुददीन अंसारी, इंद्रपाल यादव ने भी विचार व्यक्त किए। अध्यक्षता एन आर यादव और संचालन संतोष शाक्य ने किया।अधीक्षण अभियंता श्री संदीप अग्रवाल ने सभा स्थल पर आकर ज्ञापन ग्रहण करते हुए मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी के नाम ज्ञापनों को प्रेषित करने तथा स्वंय स्थानीय समस्याओ के निवारण का आश्वासन दिया।भीषण गर्मी और सभा के दौरान हुयी बारिश के बाबजूद बडी तादाद में किसान डटे रहे।