इटावा । गंगा दशहरा के पावन अवसर पर भगवानदास शर्मा “प्रशांत” के निज आवास वैभव नगर पर सांय एक काव्य गोष्ठी का आयोजन वरिष्ठ कवि श्री प्रेम बाबू “प्रेमजी” की अध्यक्षता में संपन्न हुआ । काव्य गोष्ठी का प्रारंभ मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पमाला अर्पण कर दीप प्रज्वलन से हुआ सभी ने मां वाणी की मूर्ति पर पुष्प अर्पित किए काव्य गोष्ठी का प्रारंभ कवि अमरनाथ दीक्षित जी के द्वारा सरस्वती वंदना से हुआ।काव्य गोष्ठी में जनपद तथा अन्य जगहों से पधारे हुए कवियों को पुष्पमाला तथा पीतपट्टिका पहनाकर स्वागत किया गया । सभी ने मां वाणी की मूर्ति पर पुष्प अर्पित किए । काव्य गोष्ठी का सफल संचालन मशहूर कवि और शायर वैभव कुमार यादव ने बड़ी बखूबी निभाया । काव्य पाठ में औरैया से आए कवि प्रशांत कुमार ने प्रेरणा गीत, नेवी से सेवानिवृत्त कवि शिव गोपाल अवस्थी जी ने प्रेम और विरह के गीत, सेना में कार्यरत कवि रवि पाल”खामोश” ने देशभक्ति और भ्रष्टाचार पर गीत,सेना से सेवानिवृत्त वर्तमान शिक्षक कवि भगवान दास शर्मा प्रशांत ने नैतिक चरित्र और सैनिक धर्म बलिदान पर गीत, कवि वैभव कुमार ने प्रेम और सदभाव का पैगाम दिया तो वही कवि संजय तोमर ने प्रेम और श्रृंगार के गीत गाए, डा0 बालमुकुंद दिवाकर जी ने प्रकृति सरंक्षण और पर्यावरण पर काव्य पाठ किया । 8 साल की बेटी अनन्या ने अमन भाईचारे अपनी कविता प्रस्तुत की जिसे सभी कवियों ने स्नेह आशीष दिया । अंत में कवि प्रेम बाबू “प्रेमजी” ने अपने काव्य पाठ से सबका मन मोह लिया । उन्होंने बिटिया को भी आशीष देते हुए उसके उज्जवल भविष्य की कामना की । संयोजक कवि भगवान दास शर्मा “प्रशान्त” तथा हरिशरण ने सभी सम्मानित गणमान्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सभी का आभार प्रकट किया ।
गंगा दशहरा पर मशहूर कवि प्रेम बाबू “प्रेमजी” की अध्यक्षता में साहित्यिक संस्था “पहल” के तत्वाधान में काव्य गोष्ठी का आयोजन
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