इटावा:- सैफई विकास खण्ड के काशीपुर पंचायत के ग्राम नगला मियां में गोरखटीला पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा के महंत बाबा पागल नाथ के सानिध्य में परीक्षित सुधीर एवं नवरत्न के द्वारा आयोजित कथा में भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया l श्रीमद् भागवत कथा के पंचम दिवस पर कथा व्यास पँ ड़ॉ मयंक चतुर्वेदी महाराज ने बताया कि प्रकृति को शुद्ध करने के लिए भगवान स्वयं लीलाएं करते हैं और उन लीलाओं के द्वारा प्रकृति का संरक्षण एवं संवर्धन करते हैं पूतना रूपी माया को प्रभु दूर करते है l
शकटासुर, तृणावर्त, अघासुर जैसे राक्षसों का बध किया ,संकट के बादल तो मनुष्य के जीवन मे भी जन्म के साथ ही घिरे रहते हैं दावानल जैसी अग्नि से ब्रज वासियों की रक्षा की !यमुना जल को शुद्ध करने के लिए प्रभु ने अपनी गेंद को जल में फेंककर कालिया नाग को रमण द्वीप में भेज दिया! प्रभु ने ब्रह्मा जी का भृम दूर कर गोपाल लीला की कन्हैया ने गायों की सेवा की जिससे उनका नाम गोपाल पड़ा,गाय माता सनातन धर्म का साक्षात देवालय है जिसमे समस्त 33 कोटि देवता वास करते है सभी वैष्णवों को गाय की सेवा करने से गोविन्द प्रशन्न होते हैं l
पं. डॉ मयंक चतुर्वेदी ने बताया भगवान ने ग्वालों के साथ टोली बनाकर दूध दही के व्यापार को रोकने के लिए माखन चोरी की लीला की इंद्र के अभिमान को दूर करने के लिए सात दिन सात रात सात कोष के गिरिराज पर्वत को एक अनामिका अंगुली पर धारण किया गोवर्धन भगवान की भक्तों ने पूजा की ओर परिक्रमा लगाकर मैं तो गोवर्धन को जाऊंगी आदि भजनों पर आनंद लिया भगवान के मयूर नृत्य की झांकी ने सभी का मन मोह लिया कथा में राहुल ढोलक सेवा,अर्जित कीबोर्ड सेवा,हरगोविंद पैड सेवा विशाल महाकाल की सुंदर झांकियां एवं आचार्य भूपेंद्र मिश्रा वृंदावन के द्वारा हवन पूजन कराया गया ,मुख्य श्रोता प्रमोद यादव,अजय यादव,अमित यादव,स्वेतांग यादव,अनुराग,विशंभर ,राजवीर , युवराज आदि उपस्थित रहे।