बकेवर:- यमुना नदी के टकरुपुर घाट स्थित संकटमोचन हनुमानजी मंदिर आश्रम में भव्य कलश यात्रा के साथ श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ किया गया। कलश यात्रा हनुमानजी मंदिर परिसर से शुरू हुई और यमुना नदी से होते हुए वापस मंदिर परिसर में पहुंचकर संपन्न हुई। यात्रा में बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु पीत वस्त्र पहनकर व सिर पर कलश धारण कर शामिल हुईं। यात्रा में कथा परिक्षित सुखवीर यादव श्रीमद्भागवत पुराण सिर पर धारण कर अपनी पत्नी सीमा के साथ शोभायात्रा में आगे चल रहे थे। । इससे पूर्व कथा स्थल पर हवन-पूजन किया गया।
कथा का शुभारंभ करते हुए कथावाचक पंडित कपिल कृष्ण जी महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा ऐसी कथा है जो जीवन के उद्देश्य एवं दिशा को दर्शाती है। इसलिए जहां भी भागवत कथा होती है इसे सुनने मात्र से वहां का संपूर्ण क्षेत्र दुष्ट प्रवृत्तियों से खत्म होकर सकारात्मक ऊर्जा से सशक्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि कथा की सार्थकता तभी सिद्ध होती है, जब इसे हम अपने जीवन और व्यवहार में धारण करें।
श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है। वहीं संकटमोचन हनुमान आश्रम यमुना घाट के महंत गोपाल दास जी ने बताया कि भागवत कथा दोपहर 12 बजे से दोपहर 4 बजे तक 25 अप्रैल तक चलेगी। पूर्णाहुति एवं भंडारा का आयोजन 26 अप्रैल को होगा।