खाद्य सुरक्षा विभाग की तीन सदस्यीय टीम ने गुरुवार को संयुक्त जिला अस्पताल में संचालित किचन का औचक निरीक्षण किया। टीम ने मरीजों को दिए जाने वाले भोजन के सैंपल जांच के लिए एकत्र किए, लेकिन निरीक्षण के दौरान टीम को कई खामियां देखने को मिलीं।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी राकेश सकारिया, कपिल गुप्ता और गायत्री दोपहर करीब एक बजे जिला पुरुष अस्पताल पहुंचे और किचन की स्थिति का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान जहां मरीजों के लिए खाना बनता है, वह स्थान खुला मिला, लेकिन खाद्य सामग्री भंडारण के लिए बना स्टोर कक्ष बंद था। टीम ने करीब एक घंटे तक इंतजार किया, लेकिन ताला नहीं खुल सका, जिससे अधिकारियों में नाराजगी देखी गई।
टीम ने भोजन निर्माण में प्रयुक्त होने वाली सामग्री तक पहुंच न होने के बावजूद किचन से आटा, बनी हुई रोटी, अरहर की दाल और गोभी-आलू की सब्जी सहित कुल चार नमूने जांच के लिए एकत्रित किए।खाना बनाने वाली फर्म के ठेकेदार रिंकू यादव मौके पर पहुंचे। जब उनसे खाद्य विभाग का लाइसेंस मांगा गया तो वह उसे प्रस्तुत नहीं कर सके, जिससे टीम ने और भी गहरी जांच की आवश्यकता जताई।
टीम की शिकायत के बावजूद स्टोर कक्ष का ताला नहीं खोला गया, जिससे भोजन निर्माण में प्रयुक्त सामग्रियों की गुणवत्ता जांचना संभव नहीं हो सका। इस स्थिति को देखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और आगे की कार्रवाई की बात कही है।