गुलशन कुमार -आगामी 1 अप्रैल से शुरू होने वाली शराब की दुकानों से प्रदेश सरकार के खजाने में आबकारी विभाग के जरिए अब तक करीब 37 करोड़ रुपये लाइसेंस फीस के रूप में जमा हो चुके हैं।
जिला आबकारी अधिकारी/सहायक आबकारी आयुक्त विजय पाल सिंह ने बताया कि इस बार आबकारी विभाग को देशी शराब में 10 प्रतिशत अधिक कोटा मिला है। पिछले वर्ष 2024-25 में यह कोटा 69 लाख 69 हजार 757 लीटर था, जो अब 2025-26 में बढ़कर 76 लाख 67 हजार 616 लीटर हो गया है। इस कोटे के लिए विभाग को 24 करोड़ 54 लाख 35 हजार रुपये फीस के रूप में जमा करने होंगे।
जिला आबकारी अधिकारी ने आगे बताया कि कंपोजिट दुकानों से लाइसेंस फीस के रूप में 12 करोड़ 23 लाख 35 हजार रुपये जमा किए जाएंगे। पूरे वर्ष शराब की दुकानों से कुल 3 करोड़ 41 लाख रुपये की आय होगी।
आय के आंकड़ों की बात करें तो, देशी शराब की दुकानों से करीब 199 करोड़ 35 लाख 80 हजार 160 रुपये की आय होगी, जबकि कंपोजिट दुकानों से 141 करोड़ 10 लाख 40 हजार रुपये की आमदनी होगी। आबकारी विभाग की ओर से इस वित्तीय वर्ष में शराब बिक्री से बड़ी मात्रा में राजस्व जुटाने की योजना बनाई गई है, जिससे प्रदेश सरकार के खजाने को मजबूत किया जा सके।