मत्स्य महाविद्यालय, इटावा के चतुर्थ वर्ष के छात्र मुदित अग्रवाल ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए बेस्ट प्रोटोटाइप अवार्ड जीता है। यह सम्मान उन्हें डॉ. जे. जयललिता फिशरीज यूनिवर्सिटी, तमिलनाडु द्वारा आयोजित प्रथम भारतीय फिशरीज स्टूडेंट्स इनोवेशन एंड स्टार्टअप कॉन्फ्रेंस 2025 में प्रदान किया गया। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य जलीय खेती और शोध में नवाचार को बढ़ावा देना था।
मुदित अग्रवाल को यह पुरस्कार ‘सोलर पावर्ड एरेटर विद रियल-टाइम वाटर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम’ पर उनके वर्किंग मॉडल के लिए दिया गया। उनके इस मॉडल ने दिखाया कि मछली पालन के तालाबों में पानी की गुणवत्ता को बेहतर बनाने और ऑक्सीजन की मात्रा को संतुलित रखने के लिए सोलर पावर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेंसर का कैसे उपयोग किया जा सकता है।
मुदित अग्रवाल के इस इनोवेटिव मॉडल में सोलर पावर से चलने वाला एरेटर शामिल है, जो पानी में ऑक्सीजन की मात्रा को स्वचालित रूप से नियंत्रित करता है। इसके साथ ही, इसमें रियल-टाइम वाटर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम लगा है, जो तालाब के पानी की गुणवत्ता की निगरानी करता है और जरूरत पड़ने पर सुधारात्मक कदम उठाने में मदद करता है।
मुदित अग्रवाल के इस इनोवेशन को फिशरीज क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। यह सिस्टम पारंपरिक तरीकों की तुलना में अधिक प्रभावी और ऊर्जा-कुशल है, जिससे मत्स्य पालन को नई दिशा मिल सकती है।उनकी इस उपलब्धि पर महाविद्यालय प्रशासन और शिक्षकों ने हर्ष व्यक्त किया। इस सम्मान से न केवल मुदित बल्कि इटावा के मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय का नाम भी राष्ट्रीय स्तर पर रोशन हुआ है।