कन्नौज जनपद स्थित महान ऋषि श्रृंगी की तपस्थली श्रृंगीरामपुर से गंगा जल लेकर कांवड़िए वापस अपने गंतव्य को लौटने लगे हैं। कस्बे के भरथना चकरनगर मार्ग पर शिवभक्तों का रेला दिखाई पड़ा।
कांधे पर रखे कांवड़ की बजती घंटी व पैरों में घुंघरू की आवाज के बीच श्रद्धालु बोल बम का उद्घोष करते चल रहे थे। वहीं कांवड़ियों के स्वागत सत्कार के लिए समाजसेवियों ने जगह जगह फलाहार के स्टाल भी लगाएं।
मंगलवार की सुबह से ही मध्यप्रदेश के दतिया, शिवपुरी, भिंड आदि क्षेत्रों से जल लेने गए कांवड़ियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। कंधे पर कांवड़ लिए कांवड़िए हर-हर, बम-बम के उद्घोष के साथ वे आगे बढ़ते गए।
दोपहर होते ही स्थानीय कांवड़ भी आनी शुरू हो गई भरथना चकरनगर मार्ग पर शिवभक्तों का रेला दिखाई देने लगा यह कांवड़िए बुधवार को महाशिवरात्रि के पर्व पर सुबह ही अपने अपने पूज्य शिवालय पर पंहुचकर भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे। कांवड़ियों के स्वागत सत्कार के लिए समाजसेवियों ने जगह जगह फलाहार के स्टाल लगाकर कांवड़ियों को फलाहार भी कराया।