कस्बे के पंडित रामाधीन शर्मा 50 शैया अस्पताल में पिछले चार दिनों से रात की इमरजेंसी सेवा बंद पड़ी है, जिससे मरीजों को भारी परेशानी हो रही है। अस्पताल में तैनात दोनों इमरजेंसी मेडिकल अफसर (ईएमओ) 15 फरवरी तक अवकाश पर हैं, जिसके चलते कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है। ऐसे में गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों और सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को रात के समय इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर होना पड़ रहा है, जिससे उनकी हालत और बिगड़ने का खतरा बढ़ गया है।
तीन महीने पहले ही शासन ने अस्पताल में 24 घंटे इमरजेंसी सेवा संचालित करने के निर्देश दिए थे और इसके लिए चिकित्सकों की तैनाती भी की गई थी। लेकिन, कुछ समय बाद एक चिकित्सक का स्थानांतरण हो गया, जिससे अस्पताल में सिर्फ दो इमरजेंसी मेडिकल अफसर ही बचे थे। अब उनके अवकाश पर चले जाने के कारण अस्पताल में रात की इमरजेंसी सेवा पूरी तरह से बंद हो गई है, जिससे मरीजों को केवल सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक ही उपचार मिल पा रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह समस्या पहले भी थी, लेकिन तीन महीने पहले सुधार हुआ था। अब फिर से हालात पहले जैसे हो गए हैं। मरीजों को मजबूरन इलाज के लिए दूसरे अस्पतालों में जाना पड़ रहा है, जिससे समय और धन दोनों की बर्बादी हो रही है। कई बार गंभीर मरीजों की हालत रास्ते में ही बिगड़ जाती है, जिससे उनकी जान को भी खतरा हो सकता है।