कस्बे के निवाड़ी कलां क्षेत्र समेत आसपास के 50 से अधिक गांवों के किसान अपनी गेहूं की फसल की सिंचाई के लिए रजबहा में पानी छोड़े जाने के इंतजार में हैं। इस समय गेहूं की फसल में बाली आने वाली है, जिससे पानी की जरूरत और भी ज्यादा बढ़ गई है। लेकिन क्षेत्र के सभी माइनर सूखे पड़े हैं, जिससे किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है।
टड़वा निवासी किसान जगदीश भदौरिया ने बताया कि माइनर में मात्र एक सप्ताह के लिए पानी छोड़ा गया था, लेकिन वह भी पर्याप्त मात्रा में नहीं था। इससे आधे से ज्यादा खेतों की सिंचाई नहीं हो पाई, जिससे फसल पर असर पड़ने की आशंका है। वहीं, नगला भदौरिया के किसान राम ठाकुर का कहना है कि सिंचाई के लिए पानी की बेहद जरूरत है, लेकिन प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा।
किसानों का कहना है कि अगर समय रहते माइनरों में पानी नहीं छोड़ा गया तो उनकी महीनों की मेहनत पर पानी फिर जाएगा। पानी की कमी से गेहूं की फसल कमजोर हो सकती है, जिससे पैदावार पर सीधा असर पड़ेगा। किसानों ने जिला प्रशासन से जल्द से जल्द पानी उपलब्ध कराने की मांग की है।
क्षेत्र के ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कोई समाधान नहीं निकला, तो वे प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। उन्होंने अधिकारियों से अपील की है कि वे इस गंभीर समस्या को जल्द हल करें, ताकि किसानों की मेहनत बेकार न जाए और उन्हें आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके।