सैफई उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) की कोर कमेटी की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में टीबी मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने के लिए रणनीति बनाई गई और टीबी रोगियों को इलाज कराने के लिए प्रेरित करने पर जोर दिया गया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पीके जैन ने कहा कि एनटीईपी का मुख्य उद्देश्य देश से टीबी को पूरी तरह खत्म करना है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय इस अभियान में अहम भूमिका निभा रहा है।
सभा में उपस्थित संकायाध्यक्ष चिकित्सा और एनटीईपी में वाइस चेयरमैन, रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. आदेश कुमार ने बताया कि 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने के लक्ष्य के तहत अभियान में तेजी लाई जा रही है। विश्वविद्यालय का रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग आस-पास के गांवों और जनपद में जागरूकता अभियान चलाकर इस अभियान में योगदान दे रहा है। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता और यूपी एसटीएफ एनटीईपी के अध्यक्ष डॉ. गजेन्द्र सिंह ने राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के बेहतर क्रियान्वयन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि टीबी एक गंभीर बीमारी है और इसका समय पर इलाज जरूरी है।
टीबी रोगियों को इलाज के लिए प्रेरित करने के लिए जन जागरूकता अभियान को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में टीबी के मरीजों की पहचान के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे। टीबी के मरीजों को निःशुल्क दवाएं और जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को टीबी के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा।