बकेवर। गांव चटोरपुर में शुक्रवार को सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर 101 महिलाओं ने सिर पर कलश धारण कर गांव का भ्रमण किया, जिससे पूरे गांव में भक्ति और उल्लास का माहौल बन गया।
कथा का प्रारंभ भागवताचार्य डॉ. राघव दास ने पंडाल में पहले दिन की कथा के साथ किया। उन्होंने कहा कि भगवान मानव को जन्म देने से पहले यह संदेश देते हैं कि ऐसा कर्म करो जिससे पुनः जन्म न लेना पड़े। उन्होंने मानव जीवन को एक संकल्प के रूप में वर्णित करते हुए कहा कि भगवान की कथा सुनने और उस पर मनन करने वालों का हमेशा कल्याण होता है।
भागवताचार्य ने कहा कि संसार के जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति केवल भगवान की कथा के माध्यम से ही संभव है। उन्होंने श्रोताओं को भक्ति और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। कथा के दौरान भक्ति संगीत और प्रवचनों ने भक्तों को भावविभोर कर दिया। यह कथा पूरे सप्ताह चलेगी, जिसमें भक्ति, धर्म और जीवन के आदर्शों पर प्रकाश डाला जाएगा। बड़ी संख्या में ग्रामीण और श्रद्धालु इसमें शामिल हो रहे हैं।