बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में हिन्दू रक्षा समिति के तत्वाधान में हिन्दू संगठनों ने हुंकार भरी और बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों को रोके जाने की मांग की। इस मौके पर एक सभा का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न हिन्दू संगठनों ने भाग लिया और बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा पर अपनी आवाज उठाई।सभा स्थल पर एक ज्ञापन भी सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा गया, जिसमें बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों की निंदा की गई और इस मामले में भारत सरकार और बांग्लादेश सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की गई।
सभा को संबोधित करते हुए कवि डॉ. कमलेश शर्मा ने कहा कि आज के युवा को जागरूक होकर भविष्य की जिम्मेदारी को निभाने के लिए तैयार होना होगा। डॉ. रमाकांत शर्मा ने 1971 के घटनाक्रम की ओर ध्यान खींचते हुए अपने विचार व्यक्त किए। डॉ. सीमा जादौन ने कहा कि हमें जात-पात और ऊंच-नीच की मानसिकता से बाहर निकलकर एकजुट होकर अपने धर्म को बचाना होगा। उन्होंने कहा, “धर्म पढ़ाओ, धर्म बचाओ, तभी हम अपनी बेटियों को लव जिहाद और धर्मान्तरण से बचा सकते हैं।”
सुनील धनगर ने भी अपने विचार रखे और कहा कि हमें अपनी आवाज बुलंद करनी होगी। श्री काली बाड़ी मंदिर के महंत स्वामी सुबोधानंद जी महाराज ने उत्तर प्रदेश और भारत सरकार से मांग करते हुए कहा कि बांग्लादेश में हमारे मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जाए। उन्होंने कहा, “आज के युवा को अपने धर्म, संस्कृति और मंदिरों के महत्व के बारे में जागरूक करना चाहिए ताकि वे गुमराह न हो सकें।” सभा के बाद सभी नेताओं ने बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की।