इटावा। एक फैक्टरी में एक्सपायर्ड दवाओं का स्टॉक मिलने के बाद टीम हैरान रह गई। टीम के अधिकारियों ने जब फैक्टरी के संचालक राजीव गुप्ता से सवाल किए, तो उन्होंने हाथ जोड़कर मिन्नतें शुरू कर दीं और कहा कि “इस बार छोड़ दें, फिर ऐसा नहीं होगा।”
लेकिन जब डीआई रजत पांडे ने उन्हें चुनौती दी कि “जो जहर आप दूसरों को खिला रहे हो, यदि इनमें से एक भी कैप्सूल खाकर दिखा दो, तो हम कार्रवाई नहीं करेंगे,” तो राजीव गुप्ता के चेहरे का रंग उतर गया। वह सिर झुका कर चुपचाप खड़े हो गए और बीमारी का बहाना बनाने लगे।
टीम ने जो दवाएं देखीं, वे इतनी खतरनाक थीं कि यदि कोई भी स्वस्थ व्यक्ति इनका सेवन करता, तो इसके परिणाम स्वरूप उसके हार्ट और किडनी पर बुरा असर पड़ सकता था। इस तरह की दवाएं सेहत के लिए हानिकारक थीं और टीम ने फैक्टरी के संचालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।