इटावा। बुधवार को के. के डिग्री कालेज इटावा में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुरशास्त्री की जयंती हर्षोल्लास के साथ राष्ट्रीय पर्व के रूप में शाकुंतलम कल्चरल क्लब एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वाधान में मनाई गयी।
कार्यक्रम का शुभारम्भ ध्वजारोहण व राष्ट्रगान के साथ किया गया। तत्पश्चात गाँधी जी व शास्त्री जी की प्रतिमा पर माले तथा पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया गया। इस अवसर पर गाँधी जी का व्यक्तित्व एवं कृतित्व विषय पर एक संगोष्ठी एवं वृहद स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में अध्यक्ष, प्रबंध समिति सत्येन्द्र कुमार वर्मा, विशिष्ट अतिथि के रूप में मंत्री, प्रबंध समिति ओमकार नाथ वर्मा सहित प्रबंध समिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे। प्राचार्य प्रो. महेन्द्र सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम संयोजक प्रो. शिवराज सिंह यादव तथा सहसंयोजिका प्रो. पदमा त्रिपाठी के निर्देशन में सभी कार्यक्रम सकुशल संपन्न हुए। संगोष्ठी का शुभारम्भ गाँधी जी के प्रिय भजन “वैष्णव जन तो तेने कहिये” से किया गया। संगोष्ठी में छात्र एवं छात्राओं ने गांधी जी की याद में गीत, कविताएं, भजन तथा भाषण प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. पदमा त्रिपाठी ने गांधी जी के जीवन दर्शन व व्यक्तित्व पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा गांधीजी कुटीर उद्योगों के हिमायती थे और भारत के गावों को आत्मनिर्भर बनाने का सपना देखते थे। उन्होंने अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को सबसे पहले अवसर देने पर जोर दिया।
प्राचार्य प्रो. महेन्द्र सिंह ने महात्मा गांधी जी के जीवन दर्शन, सत्य व अहिंसा पर उनके विश्वास पर प्रकाश डालते हुए कहा गाँधी जी ने जो कहा उसे अपने जीवन में आत्मसात किया। वे स्वच्छता के बहुत आग्रही रहे और समाज के निचले तबके की बस्तियों में गए और वहाँ स्वच्छता अभियान चलाये। स्वतंत्रता आंदोलन में उन्होंने जन जन को जोड़कर अंग्रेजों के विरुद्ध अहिंसक तरीके से बड़े और सफल आंदोलन चलाये। नेलसन मंडेला ने दक्षिण अफ्रीका में उनके सत्य व अहिंसा के हथियारों के सफल प्रयोग किए। आज जिस तरह पूरे विश्व में हिंसा और युद्ध की स्थितियाँ बन रहीं हैं तब गांधी जी के विचार और दर्शन और प्रासंगिक हो जाते हैं।
कार्यक्रम का सफल संचालन कल्चरल क्लब प्रभारी प्रो. शिव राज सिंह यादव ने किया।
इस अवसर पर दिनांक 17 सितम्बर से 02अक्टूबर तक चलने वाले राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वच्छता पखवाड़े का समापन भी हुआ। संगोष्ठी में आत्मनिर्भर भारत विषय पर संभाषण प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों सहित सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। आज वृहद स्वच्छता कार्यक्रम के अंतर्गत महाविद्यालय के प्रशासनिक भवन, पुस्तकालयों, समस्त विभागों, प्रयोगशालाओं, शिक्षण कक्षाओं सहित पूरे परिसर की शिक्षकों, कर्मचारियों, NSS व रोवर्स रेंजर्स स्वयंसेवकों, NCC कैडेट्स तथा शाकुंतलम कल्चरल क्लब के विद्यार्थियों द्वारा साफ सफाई की गयी। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त शिक्षक, कर्मचारी व बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।