इटावा। भारत विकास परिषद धर्मार्थ सेवा शाखा द्वारा प्रांत के निर्देशन में जनपद के सुदूरवर्ती ग्राम बम्हनीपुर के प्राथमिक विद्यालय में प्रथम बाल संस्कार कार्यक्रम के तहत बच्चों को संस्कारवान आचरण के साथ जीवन जीने की प्रेरणा दी गई। इस अवसर पर विद्यालय के 94 छात्र छात्राओं को पाठ्य सामग्री एवं टाफियां का वितरण भी किया गया।
शाखा के वरिष्ठ सदस्य राजेंद्र कुमार दीक्षित ने परिषद का परिचय देते हुए संस्था द्वारा पांच सूत्रों,संपर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा और समर्पण के माध्यम से किए जा रहे सेवाकार्यों की जानकारी दी और कहा कि संस्कारवान समाज ही किसी राष्ट्र का सबसे प्रमुख आधार होता है। इसीलिए भारत विकास परिषद द्वारा नई पीढ़ी को संस्कारित करने के लिए पूरी जिम्मेदारी के साथ बाल संस्कार कार्यक्रम किए जा रहे हैं। उसी कड़ी में धर्मार्थ सेवा शाखा द्वारा यहां प्रथम बाल संस्कार कार्यक्रम किया गया है।
बच्चों को प्रेरक संबोधन देते हुए आचार्य महेश चंद्र तिवारी ने कहा कि आप लोग प्रातः काल सोकर उठते ही सबसे पहले अपने हाथों का दर्शन कर उन्हें माथे और चेहरे पर लगाएं तथा प्रथ्वी माता के पैर छुएं। इसके बाद अपने माता, पिता, गुरू और अपने से सभी बड़ों के चरण स्पर्श करें। जब विद्यालय आएं तो पूरी तरह अनुशासित रहते हुए विद्याध्ययन करें। ऐसा करने से निश्चित रूप से आपका जीवन आदर्श बनेगा। आदर्श नागरिकों से ही आदर्श राष्ट्र का निर्माण होता है। इस अवसर पर डा. जे के तिवारी एवं शाखा के सचिव सुधीर मिश्र ने भी विचार रखे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महेश चंद्र तिवारी अलकापुरी ने आशीर्वचन देते हुए परिषद की तरफ से सभी का आभार जताया। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक मन्मथनाथ दीक्षित ने परिषद के लोगों का धन्यवाद किया। कार्यक्रम में शिक्षक धर्मेंद्र सिंह, विवेक सिंह, प्रधान प्रतिनिधि प्रशांत तिवारी, साधना सिंह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विशेष रूप से मौजूद रहे।