इटावा एक गुप्त सूचना शहर में कोतवाली के पीछे और एक जगह फर्जी प्रमाण पत्र, वोटर कार्ड,आधार कार्ड, पैन कार्ड,राशन कार्ड, बनाने का बड़े पैमाने में गोरखधंधा संचालित किया जा रहा था। मतदान करने के लिए वोटर कार्ड से लेकर स्कूलों में एडमिशन लेने के लिए जन्म प्रमाण पत्र बनाए जा रहे थे। मिश्रा फोटो कॉपी शॉप पर ही बड़ी तादात में ब्लैंक स्टांप पेपर बरामद हुए हैं। उपजिलाधिकारी सदर विक्रम राघव,तहसीलदार, ई डिस्ट्रिक्ट मैनेजर,और कोतवाली पुलिस के साथ फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वाले दो फोटो कॉपी शॉप और एक कंप्यूटर सेंटर पर छापा मारा है। कंप्यूटर सेंटर पर कुछ फर्जी प्रमाण पत्र बरामद हुए। दो युवक पुलिस ने हिरासत में लिए है। मुख्य आरोपी मौके से भागने में सफल हो गया।बताते चलें कि थाना कोतवाली के पीछे काफी लंबे समय से फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र बनाए जाने का गोरखधंधा चल रहा था। इसकी सूचना पर सदर एसडीएम,ई डिस्ट्रिक मैनेजर मनीष कुमार और कोतवाली पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी कार्यवाही की। जिसमें भारी तादाद में फर्जी बने हुए और अध बने हुए प्रमाण पत्र बरामद किए हैं।
इसी के साथ कोतवाली क्षेत्र के वाह अड्डा इलाके में कंप्यूटर सेंटर पर भी एसडीएम ने छापेमारी कार्यवाही की है। जिसमें फर्जी प्रपत्र बरामद किए गए हैं। साथ ही कंप्यूटर की हार्ड डिस्क और कुछ फर्जी प्रमाण पत्र बरामद हुए हैं। एसडीएम ने कोतवाली के पीछे मिश्रा फोटो कॉपी शॉप की दुकान सील करा दी है।
पुलिस इस पूरी कार्यवाही में मुख्य आरोपी को पकड़ने की तलाश में जुटी हुई है। हालांकि पुलिस और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में मिश्रा फोटो शॉप को सील किया गया है। यह दस्तावेज सरकारी योजनाओं का लाभ लेने और अन्य कार्यों में इस्तेमाल के लिए एक हजार से पंद्रह सौ रुपया में तत्काल बनाकर दिए जाते थे।
कंप्यूटर सेंटर और फोटो कॉपी शॉप की दुकान पर बड़ी तादाद में फर्जी प्रमाण पत्र से लेकर स्टांप पेपर बरामद किए गए हैं। छापेमारी कार्रवाई में दस्तावेज जब्त किए गए साथ ही लैपटॉप,कंप्यूटर, प्रिंटर सील किए गत हैं। साथ ही फोटो स्टेट शॉप पर कार्यत दो युवको को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उनसे पूछताछ जारी है।
एसडीएम सदर विक्रम सिंह राघव ने बताया कि कंप्यूटर सेंटर का संचालक फरार हो गया है। जिसकी तलाश की जा रही है वही दूसरे कम्प्यूटर संचालक की हार्ड डिस्क और कुछ फर्जी प्रमाण पत्र और यहां बनाये गए दस्तावेज जब्त किए। फोटो कॉपी कम्प्यूटर सेंटर को सील कर अग्रिम कानूनी कार्यवाही की जा रही है। यह दस्तावेज सरकारी कार्यों से लेकर स्कूलों में एडमिशन में इस्तेमाल करने के लिए यहा से फर्जी तरह से लोग बनवा रहे थे।