इटावा। जनपद के सैफ़ई थाना क्षेत्र में एक दसवीं कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र ने मां द्वारा मोबाइल चलाने से रोकने व डांट देने से छुब्ध होकर नाबालिग छात्र ने कमरे में साड़ी से फंदा बनाकर खुद को फांसी लगा ली। घटना की जानकारी परिजनों को तब हुई बाद गुस्से में आकर कमरे में गए बेटे ने काफी देर बाद तक गेट नही खोला तो मां ने आस पड़ोस के लोगो को बुलाकर गेट खुलवाया तो वह फंदे से लटक रहा था। जिसके बाद उसे तुरंत उपचार के लिए इटावा एक प्राइवेट अस्पताल लाया गया जहां डाक्टरों ने हालत को गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया जहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने प्राथमिक परीक्षण के दौरान छात्र को मृत घोषित कर शव पोस्टमार्टम की कार्यवाही के लिए मोर्चरी में रखवा कर सूचना नजदीकी थाना पुलिस को भिजवाई। इधर इकलौते पुत्र की मौत की खबर सुनकर मां व दो छोटी बहनों का रो रोकर हाल बेहाल हो गया।
जानकारी के अनुसार नगला अजीत थाना सैफई की रहने वाली सोनी देवी पत्नी स्वर्गीय योगेंद्र पाल एक बेटा व दो बेटियों के साथ ससुराल में रह रही थी,जो उनकी परवरिश कर रही थी। उनके फौजी पति योगेंद्र पाल का चार वर्ष पहले सड़क हादसे में आकस्मिक देहांत हो गया था। दो बहनों से बड़ा इकलौता अन्नू इस वर्ष 9 वी पास कर दसवीं में आया था। परिवार में सब कुछ सामान्य चल रहा था। घटना की जानकारी देते हुए हरदोई प्रधान सर्वेश कुमार ने बताया कि अन्नू की माँ के अनुसार शुक्रवार रात उनका बेटा अन्नू जो कि काफी देर से मोबाइल चला रहा था, इस बात पर मां ने रात करीब आठ बजे उसे डांटा और मोबाइल चलाने से रोका इस पर उसने गुस्से में आकर मोबाइल जमीन पर पटक दिया जिससे मोबाइल टूट गया तो मां ने गुस्से में उसको थप्पड़ मार दिया। इससे गुस्साए अन्नू अपने कमरे में जाकर खुद को बंद कर लिया। कुछ देर बाद जब छोटी बहनों व मां ने मानने के लिए आवाजे लगाई तो उसने कोई जबाब नही दिया। लगभग आधा घण्टे बीतने पर अंदर से किसी तरह की आवाज नही सुनाई देने पर अन्य स्वजन मौके पर आए और अंदर से बंद दरबाजे को तोड़कर देखा तो कमरे के अंदर अन्नू साड़ी के फंदे से पंखे के कुंडे पर लटक रहा था। यह देखकर मैं बहनों में रोना पिटना मच गया आनन फानन में अन्नू को उपचार के लिए इटावा के एक प्राइवेट अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने नाजुक हालत देखकर जिला अस्पताल ले जाने को बोल दिया। वहीं जिला अस्पताल के इमरजेंसी में मौजूद डॉ शिवम राजपूत ने स्वास्थ्य परीक्षण के बाद मृत घोषित कर शव को पोस्टमार्टम कार्यवाही के लिए मोर्चरी में रखवा दिया गया। प्रधान सर्वेश कुमार ने बताया छात्र अपने परिवार में एकलौता था उसके इस कदम से सभी लोग स्तब्ध हैं। उसके पिता की मौत के बाद उसके दादा जो की कौशल्या देवी बालिका इंटर कॉलेज में व्यवस्थापक है, वही पूरे परिवार का भरण पोषण चला रहे है।
मां की डांट से छुब्द नाबालिक बच्चे ने फांसी लगा ली आत्महत्या
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