31 जुलाई 1921 ई0 को बम्बई में इंग्लैण्ड के युवराज के आने की खुशी में छात्रों को तमगे बांटे गये किन्तु इटावा के डी0ए0बी0 स्कूल के छात्रों ने तमगे लेने से इन्कार कर दिया और स्कूल का बहिष्कार किया जिसमें कई वर्ष पुराना डी0 ए0 बी0 स्कूल टूट गया और एक राष्ट्रीय विद्यालय की स्थापना हुई। परन्तु दो साल बाद वह भी इसी आन्दोलन में टूटा। महत्मा गांधी के आगमन से स्वतंत्रता संग्राम आन्दोलन का बल मिला।
जब अंग्रेज युवराज के तमगे लेने से इंकार किया डी0बी0ए0 स्कूल के छात्रों ने
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