इटावा : प्रदेश सरकार के पर्यावरण,वन एवम जलवायु परिवर्तन मंत्री ने भी की है डॉ आशीष की सराहना राजधानी के लखनऊ विश्विद्यालय में विगत 24 अप्रैल से 26 अप्रैल,2025 तक आयोजित होने वाली ऑल इंडिया कांग्रेस ऑफ जूलॉजी ILSSD, 2025 जन्तु विज्ञानियों के महाकुंभ में पूरे प्रदेश में सर्पदंश जागरूकता के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुके जनपद इटावा के सर्पदंश एवं वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी को जूलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया ZSI का प्रोफेसर डी के बेलसारे सुप्रसिद्ध वन्यजीव विज्ञानी मेमोरियल स्वर्ण पदक प्रदान किया गया।
36वीं अखिल भारतीय प्राणी विज्ञान कांग्रेस,लखनऊ विश्वविद्यालय 24 अप्रैल 2025 के दौरान मुख्य अतिथि रहे पूर्व कुलपति पंजाब विश्विद्यालय, डॉ अंबेडकर विश्विद्यालय, लखनऊ,पद्मश्री प्रोफेसर आर.सी. सोबती विशिष्ट अतिथि,कुलपति लखनऊ विश्विद्यालय प्रोफेसर ए.के. राय एवम जेडएसआई के अध्यक्ष प्रोफेसर बी.एन. पांडे, डीन फैकल्टी ऑफ साइंस लखनऊ विश्विद्यालय प्रो0 शीला मिश्रा, फ्रांस से पधारे प्रो शमीम अहमद, जन्तु विज्ञान विभागाध्यक्ष लखनऊ विश्विद्यालय प्रो0 एम सिराजुद्दीन की गरिमामयी उपस्थिति में प्रदान किया गया।
सर्पदंश से सुरक्षा के लिए विशेष हिस्केज डिवाइस बनाकर चर्चा में आए सर्पमित्र डॉ आशीष
अवार्ड से पूर्व मंच से जेड एस आई (इंडिया) के अध्यक्ष प्रोफेसर बी एन पांडेय ने मालवीय सभागार में हजारों जन्तु विज्ञानियों शोध छात्रों की गरिमामयी उपस्थिति में परिचय देते हुए जनपद इटावा के सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी को “स्नेक मैन ऑफ इंडिया” की उपाधि से अलंकृत किया।
जनपद इटावा के पर्यावरणविद सर्पमित्र डॉ आशीष को यह विशिष्ट स्वर्ण पदक उनकी संस्था ओशन के वन्यजीव एवम पर्यावरण संरक्षण के अब तक के किए गए अथक प्रयासों एवम जनपद में विगत कई वर्षों से चलाए जा रहे विशेष सर्पदंश जागरूकता अभियान द्वारा प्रदेश के विभिन्न किसानों,वन एवम पुलिस कर्मियों,सैफई पीजीआई के चिकित्सकों, जनपद के सैकड़ों विद्यालयों के शिक्षकों हजारों स्कूली छात्र छात्राओं के सफल प्रशिक्षणों उपरान्त सर्पदंश को जनपद इटावा में अब तक के सबसे न्यूनतम स्तर पर लाने के कठिन भागीरथी प्रयास के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में झाड़ फूंक के अंधविश्वास को कम करने के विशेष प्रयासों के लिए प्रदान किया गया है।
लखनऊ विश्विद्यालय में आयोजित हुई इस अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस ILSSD, 2025 में सम्पूर्ण भारत से एक से बढ़कर एक जन्तु विज्ञानी और लाइफ साइंस के शीर्ष विश्वस्तरीय वैज्ञानिक प्रतिभाग कर रहे थे।
राजधानी में ZSI के स्वर्ण पदक से सम्मानित होंगे वाले सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी अब जनपद इटावा के पहले पर्यावरणविद एवं वन्यजीव विशेषज्ञ भी बन गए है।
यह डॉ आशीष के जीवन का दूसरा प्रतिष्ठित स्वर्ण पदक
इससे पूर्व भी सर्पमित्र डॉ आशीष कई राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय पुरुस्कारों से सम्मानित हो चुके है। वर्ष 2009 में प्रयागराज में इलाहाबाद विश्विद्यालय में अंतराष्ट्रीय वर्कशॉप में सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र का स्वर्ण पदक जीतने के बाद बाद यह उनका दूसरा विशिष्ट स्वर्ण पदक भी है जो उन्हें पर्यावरण,वन्यजीव संरक्षण के साथ सामाजिक जन जागरूकता (सर्पदंश) के लिए चयन समिति की कड़ी स्क्रीनिंग के बाद प्रदान किया गया है।
जीव विज्ञानियों ने डॉ आशीष के विशेष ओशन मॉडल को सराहा
प्राणी विज्ञानियों के इस राष्ट्रीय महाकुंभ में जनपद इटावा का प्रतिनिधित्व कर रहे डॉ त्रिपाठी ने जनपद की जैव विविधता और पर्यावरण सरक्षण के साथ साथ राज्य आपदा (सर्पदंश) को जनपद इटावा में न्यूनतम स्तर पर लाने के उनके 7 वर्षों के अथक प्रयासों पर तैयार शोध पत्र (ओशन मॉडल) भी विषय विशेषज्ञों के समक्ष प्रस्तुत किया था जिसे पर्यावरण, वन्यजीव संरक्षण के विषय विशेषज्ञों द्वारा खूब सराहा गया। इस विशिष्ट उपलब्धि पर डॉ आशीष को उनके शुभचिंतकों ने अपनी विशेष शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।