ग्राम विकास अधिकारी एवं ग्राम पंचायत अधिकारी अपने उत्पीड़न के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। उनकी समन्वय समिति की बैठक सिंचाई संघ भवन में आयोजित की गई, जिसमें पंचायत सचिवों को कार्य करने में आ रही परेशानियों पर चर्चा हुई। इसके बाद उन्होंने अपनी समस्याओं को लेकर मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार गौतम को ज्ञापन सौंपा।
समन्वय समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि पूर्व में ग्राम विकास अधिकारी संघ और ग्राम पंचायत अधिकारी संघ की बैठकें विकास भवन के हॉल में हुआ करती थीं, लेकिन कुछ वर्षों से तानाशाही रवैया अपनाते हुए तीन-तीन हॉल होने के बावजूद भी कोई हॉल उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। इसके अलावा, संवर्ग की समस्याओं को हल करने के लिए किसी संगठन से कोई संवाद नहीं किया जा रहा है।
समन्वय समिति के अध्यक्ष पूरन सिंह और सचिव नीरज यादव की ओर से सीडीओ को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि प्रत्येक माह सचिवों पर राज्य वित्त/केंद्रीय वित्त की धनराशि को जबरन खर्च करने का दबाव बनाया जाता है। बिना कार्य किए फर्जी वाउचर फीड करने की बाध्यता सचिवों के लिए भविष्य में गंभीर समस्या बन सकती है।
अधिकारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी समस्याओं का जल्द समाधान नहीं किया गया, तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने निष्पक्ष और पारदर्शी कार्य प्रणाली की मांग करते हुए प्रशासन से शीघ्र हस्तक्षेप करने की अपील की है।