जनपद में अपराध एवं आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम तथा साइबर अपराध, धोखाधड़ी एवं साइबर ठगी करने वाले अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा संजय कुमार के निर्देशन में आज दिनांक 15.02.2025 को एसओजी/सर्विलांस टीम, थाना वैदपुरा एवं थाना साइबर क्राइम पुलिस टीम थाना वैदपुरा क्षेत्र में गश्त कर रही थी। इसी दौरान सूचना प्राप्त हुई कि थाना बलरई क्षेत्र के कुछ बड़े साइबर अपराधी ह्युण्डई एक्सटर कार और मोटरसाइकिल से जसवंत नगर की तरफ से बनामई गांव की ओर जाने वाले हैं।
सूचना पर तत्काल कार्यवाही करते हुए पुलिस टीम ने बनामई पुल के पास से समय 16.12 बजे पर दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। पुलिस टीम ने जब पकड़े गए व्यक्तियों से नाम और पहचान पूछी तथा उनकी तलाशी ली, तो उनके पास से कुल 26 विभिन्न कंपनियों के मोबाइल, 11 आधार कार्ड, 64 विभिन्न कंपनियों के एटीएम कार्ड, 8 एयरटेल कंपनी के सिम कार्ड के खाली रैपर, 1 वोडाफोन सिम कार्ड का खाली रैपर, 30 विभिन्न बैंकों की चेक बुक, 23 पासबुक, 1 पासपोर्ट, 1 सीपीयू, 2 मॉनिटर, 2 स्वाइप मशीन (यस बैंक और IDFC फर्स्ट बैंक), 1 क्यूआर कोड स्पीकर (यस बैंक), 1 क्यूआर कोड स्टीकर (भीम यूपीआई), 5 स्टाम्प मोहर, 1 मोहर पैड, 2 जियो ब्रॉडबैंड, 1 ह्युण्डई एक्सटर कार और 1 यामाहा आर 15 मोटरसाइकिल बरामद की।
पुलिस द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने पर अभियुक्तों ने स्वीकार किया कि उन्होंने बड़े पैमाने पर साइबर फ्रॉड के जरिए पैसों की हेराफेरी की है। उन्होंने बताया कि वे भोले-भाले ग्रामीणों को मनरेगा, इंश्योरेंस, नौकरी और लोन दिलाने का झांसा देकर उनके बैंक खाते खुलवाते थे और उनके नाम से सिम कार्ड भी खरीदते थे। इस प्रक्रिया के लिए उन्हें प्रति खाता 1 लाख रुपये तक की रकम मिलती थी, जिसे वे आपस में बांट लेते थे।
अपराधियों ने आगे खुलासा किया कि वे एटीएम कार्ड का इस्तेमाल कर ठगी के पैसों को निकालने के लिए स्वाइप मशीन, कंप्यूटर और मोबाइल का उपयोग करते थे। वे ऑनलाइन ट्रांजैक्शन को छिपाने के लिए फर्जी खातों और डिजिटल पेमेंट माध्यमों का सहारा लेते थे, जिससे साइबर ठगी को अंजाम दिया जाता था।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि इन साइबर अपराधियों द्वारा कुल 35 संदिग्ध खातों में से 6 खातों की जांच की गई, जिनसे लगभग 10 करोड़ रुपये का लेनदेन किया गया था। इस मामले में आगे की जांच जारी है और पुलिस अन्य संबंधित खातों की भी पड़ताल कर रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि जनपद में साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए निरंतर अभियान जारी रहेगा और जनता से अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध कॉल या साइबर फ्रॉड से सतर्क रहें तथा किसी भी प्रकार की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।