जसवंतनगर के रेलमंडी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से एक शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें मानसिक स्वास्थ्य देखभाल और दिव्यांगजन के अधिकारों पर जानकारी दी गई। इस शिविर में पीएलवी अधिकार मित्र लालमन बाथम और राजेंद्र यादव ने विशेष रूप से मानसिक स्वास्थ्य देखभाल अधिनियम 2017 के तहत मिलने वाले अधिकारों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि मानसिक रूप से बीमार और दिव्यांग व्यक्तियों से किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। इस अधिनियम के तहत इन व्यक्तियों को मुफ़्त शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं, सरकारी नौकरियों में आरक्षण और शैक्षिक संस्थानों में भी आरक्षण का अधिकार प्राप्त है।
लालमन बाथम और राजेंद्र यादव ने यह भी बताया कि दिव्यांगता के आधार पर परिवहन पास और वयस्क दिव्यांगजनों को पेंशन भी प्रदान की जाती है, जिससे उन्हें अपनी दैनिक जीवनशैली में मदद मिलती है। यह जानकारी मानसिक रूप से बीमार और दिव्यांगजनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसने उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया और उन्हें समाज में समान अवसर मिलने की उम्मीद दिलाई।
सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम कुमार शाक्य ने उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मार्च 2020 से अब तक इस योजना के तहत पिता को खो देने वाले बच्चों को ढाई हजार रुपये प्रति माह और अनाथ बच्चों को चार हजार रुपये प्रति माह की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। शाक्य ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत आवेदन का प्रारूप गूगल से डाउनलोड किया जा सकता है और इसे जिला प्रोबेशन कार्यालय में जमा करना होता है।
शिविर में डॉ. शालू यादव ने सर्वाइकल कैंसर के बारे में जानकारी दी और इसके कारणों, बचाव उपायों और उपचार के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने महिलाओं को इस कैंसर के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि इसे समय रहते पहचान कर उपचार किया जा सके।
इस शिविर में फार्मासिस्ट लक्ष्मीनारायण, स्टाफ नर्स सपना यादव, लैब टेक्नीशियन कृति यादव, और आशा कार्यकत्री पिंकी बघेल सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी भी उपस्थित रहे। इन सभी ने मिलकर शिविर के दौरान लोगों की मदद की और उन्हें स्वास्थ्य संबंधित विभिन्न सेवाओं के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही, मानसिक रूप से बीमार और दिव्यांगजन भी इस शिविर का हिस्सा बने, जिन्होंने अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त किया।
इस आयोजन में कुसुमलता राठौर, अनीता, शोभा, पूजा, कंचन शर्मा, ममता देवी, राधाश्री, सीमा यादव, प्रियंका, राखी, शिल्पी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। यह शिविर मानसिक स्वास्थ्य और दिव्यांगजन अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण साबित हुआ