इटावा। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2023, भारतीय नागरिकता सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (बीएसए) 2023 को एक जुलाई 2024 से लागू किया जाएगा। इन नए कानूनों का क्रियान्वयन सही तरीके से करने के लिए पुलिस कर्मियों को स्मार्ट और तकनीकी रूप से सक्षम बनाया जाएगा, ताकि साक्ष्य जुटाने में कोई समस्या न हो और अपराधियों को समय पर सजा दिलवाने में मदद मिले।
इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए पुलिस विभाग ने एक बड़ा कदम उठाया है। विभाग अब 200 स्मार्टफोन और 40 टैबलेट खरीदने जा रहा है, जिन्हें अधिकारियों, थानाध्यक्षों और विवेचकों को प्रदान किया जाएगा। इन उपकरणों के माध्यम से पुलिस कर्मी साक्ष्य जुटाने के कार्य को और अधिक प्रभावी और पारदर्शी तरीके से करेंगे। इस खरीदारी के लिए 1.20 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।
इन स्मार्ट उपकरणों का मुख्य उद्देश्य अपराधों से संबंधित सभी साक्ष्यों को संग्रहित करना और उन साक्ष्यों को कोर्ट में पेश करने में सहुलत प्रदान करना है। खासकर वीडियोग्राफी को महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में मान्यता दी गई है, जिससे अपराधियों के खिलाफ ठोस सबूत पेश किए जा सकें। इसके अलावा, स्मार्ट फोन और टैबलेट के माध्यम से पुलिस कर्मी अपराधों से संबंधित घटनाओं की वास्तविक तस्वीर और वीडियो रिकॉर्ड कर सकेंगे, जो अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने में मदद करेगा।
यह पहल नए कानूनों को लागू करने और पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। स्मार्ट उपकरणों के माध्यम से साक्ष्य की गुणवत्ता में भी सुधार होगा, जिससे न्यायालयों में मामलों का निपटारा तेजी से हो सकेगा। इसके साथ ही, यह कदम न्यायिक प्रक्रिया को पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने में भी सहायक होगा।
उम्मीद की जा रही है कि इन तकनीकी सुधारों से अपराधियों के खिलाफ सजा दिलवाने की प्रक्रिया में तेजी आएगी और पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली में भी सुधार होगा। इन सुधारों से पुलिस विभाग की कार्यकुशलता और कानून व्यवस्था में मजबूती आएगी, जो जनता के लिए एक सकारात्मक संदेश होगा।