गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संसद में दिए गए बयान के विरोध में बहुजन समाज पार्टी ने 24 दिसंबर को धरना प्रदर्शन और ज्ञापन देने का ऐलान किया है। इस संबंध में बसपा सुप्रीमो मायावती के निर्देशानुसार पार्टी कार्यकर्ताओं ने जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है। अभियान के तहत पार्टी के नेता और कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर जनता से संवाद कर रहे हैं और इस विरोध प्रदर्शन में भाग लेने की अपील कर रहे हैं।
जनसंपर्क अभियान की अगुवाई इमरान अहमद, पूर्व जिला महासचिव, कर रहे हैं। उनके साथ नरेंद्र जाटव, विधानसभा अध्यक्ष सदर इटावा, और राघवेंद्र अवस्थी, विधानसभा उपाध्यक्ष, भी सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। इन नेताओं ने जनता को पार्टी के उद्देश्यों और विरोध के महत्व को समझाते हुए 24 दिसंबर को कचहरी में भारी संख्या में उपस्थित होने का आह्वान किया है।
पार्टी के अन्य प्रमुख कार्यकर्ता, जैसे श्याम बाबू, रामदास कुशवाहा, जो विधानसभा सचिव सदर इटावा हैं, और यतेंद्र बाबू, सेक्टर अध्यक्ष, भी इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। इन सभी ने जनता से व्यक्तिगत रूप से संपर्क किया और उन्हें पार्टी की मांगों और विरोध के मुद्दों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
बसपा नेताओं का कहना है कि गृह मंत्री के बयान से जनता के एक बड़े वर्ग में असंतोष है और यह विरोध प्रदर्शन उसी असंतोष को व्यक्त करने का माध्यम होगा। पार्टी का मानना है कि इस विरोध प्रदर्शन से सरकार तक जनता की आवाज पहुंचेगी और उनकी मांगों पर ध्यान दिया जाएगा।
कार्यकर्ताओं ने जनता से अपील की है कि वे बड़ी संख्या में 24 दिसंबर को कचहरी पहुंचें और बसपा के इस अभियान को सफल बनाएं। उन्होंने विश्वास जताया कि इस विरोध प्रदर्शन से पार्टी की ताकत और जनता का समर्थन स्पष्ट रूप से दिखेगा। बसपा का यह कदम सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने की दिशा में एक मजबूत प्रयास माना जा रहा है।