अब सैफई आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में ही गंभीर प्लास्टिक सर्जरी की नई तकनीकों से इलाज किया जा रहा है, जिससे जिले के मरीजों को दिल्ली और लखनऊ तक दौड़ने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
सैफई स्थित आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में 2018 में प्लास्टिक सर्जरी विभाग की शुरुआत की गई थी, और डॉ. शम्मी पोरवाल को इस विभाग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। हालांकि, 2019 में कोविड महामारी के कारण विभाग का संचालन सटीक तरीके से नहीं हो सका, जिसके कारण प्लास्टिक सर्जरी के मरीजों को इलाज के लिए दिल्ली और लखनऊ का रुख करना पड़ता था।
करीब चार साल बाद, विश्वविद्यालय प्रबंधन ने इस विभाग के संचालन को बेहतर तरीके से चलाने के लिए प्रयास शुरू किए। मई 2022 में डॉ. अतुल सक्सेना को विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई। डॉ. सक्सेना ने चार्ज संभालने के बाद संसाधनों को बढ़ाया और टीम को सशक्त किया, जिससे अब विभाग में प्लास्टिक सर्जरी की नई तकनीकों का इस्तेमाल शुरू हो गया है।
अब जिले के मरीजों को गंभीर प्लास्टिक सर्जरी के लिए दूर-दराज के शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी, और उन्हें सैफई में ही उच्च गुणवत्ता का इलाज मिल सकेगा।