शहर के एक मैरिज होम में काम करते समय कारीगर नीलू जैन की अंगुली मिक्सी से कट गई। इलाज के लिए जिला अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे घायल नीलू को एक दलाल ने बाहर ही पकड़ लिया और बेहतर इलाज का लालच देकर उसे एक निजी मेडिकल स्टोर ले गया। आरोप है कि मेडिकल स्टोर पर नीलू से 600 रुपये लेकर केवल प्राथमिक उपचार और इंजेक्शन लगाकर घर भेज दिया गया। हालांकि, देर शाम जब उसकी अंगुली से खून रुकने का नाम नहीं ले रहा था, तो वह दोबारा जिला अस्पताल पहुंचा।
अस्पताल में नीलू जैन ने बताया कि इमरजेंसी में पहुंचने पर पर्चा बनवाने के दौरान एक युवक ने उसे बहला-फुसलाकर मेडिकल स्टोर ले जाकर 600 रुपये ऐंठ लिए। शाम तक खून रुकने में असफल होने पर वह वापस अस्पताल लौटा, जहां ईएमओ डॉक्टर श्याम मोहन यादव ने उसकी स्थिति को गंभीर देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
इस घटना के बाद घायल मरीज और उसके परिजनों ने अस्पताल प्रशासन से दलालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। हालांकि, काफी तलाश के बाद भी उस दलाल का पता नहीं चल पाया। इस तरह की घटनाएं जिला अस्पताल में सुरक्षा और प्रबंधन की खामियों को उजागर करती हैं। मरीजों और उनके परिजनों ने प्रशासन से अपील की है कि अस्पताल परिसर में दलालों की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।