सैफई क्षेत्र में किसान इस समय गेहूं के बीज और खाद की किल्लत से जूझ रहे हैं। उप संभागीय कृषि बीज प्रसार केंद्र पर गेहूं का बीज खत्म हो चुका है, जिसके कारण किसान बिना बीज के वापस लौटने को मजबूर हो रहे हैं। इस समय सरसों, चना, और मसूर की बोआई का समय समाप्त होने वाला है, जबकि 15 नवंबर के बाद गेहूं की बोआई भी शुरू हो चुकी है।
किसानों को अब गेहूं की बोआई में भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बीज भंडार पर गेहूं का बीज उपलब्ध नहीं होने के कारण किसानों को महंगे दामों पर निजी दुकानों से बीज खरीदने की मजबूरी आ रही है। इस वर्ष किसानों को गेहूं की बोआई में खासी परेशानी हो रही है। डीएपी और एनपीके खाद की किल्लत के चलते किसान गेहूं की बोआई नहीं कर पा रहे हैं और रोजाना सहकारी समितियों के चक्कर लगाकर परेशान हो रहे हैं।
सैफई ब्लाक प्रांगण में स्थित बीज भंडार में पिछले 10 दिनों से गेहूं का बीज नहीं है। इसके कारण 20 से ज्यादा किसान रोजाना बीज के बिना ही वापस लौट रहे हैं। ऐसे में किसानों को बीज की कमी के चलते गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है, और वे अपनी फसल की बोआई में देरी का सामना कर रहे हैं।
किसानों का कहना है कि यदि जल्दी ही बीज और खाद की उपलब्धता नहीं हो पाई, तो उनकी फसल की बोआई में और भी देरी हो सकती है, जिससे उनका उत्पादन प्रभावित हो सकता है। किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि शीघ्र ही बीज और खाद की व्यवस्था की जाए ताकि वे अपनी फसल की बोआई समय पर कर सकें।