क्षत्रिय स्वाभिमान मंच द्वारा आयोजित दशहरा महोत्सव का आयोजन आज ब्रन्दावन गार्डन इटावा में आयोजित हुआ जहां समाज की एकजुटता और सामाजिक सेवा के महत्वपूर्ण संदेश दिए गए। इस विशेष आयोजन में पूर्व सांसद धनंजय सिंह, देवदूत बानर सेना के संरक्षक अजित प्रताप सिंह और भाजपा के प्रदेश मंत्री शिव भूषण सिंह जैसे प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया और समाज के सामने अपने विचार रखे।
महोत्सव में भारी संख्या में लोग उपस्थित हुए, जिससे यह आयोजन सफल और उत्साहपूर्ण रहा। कार्यक्रम का आयोजन क्षत्रिय स्वाभिमान मंच के अध्यक्ष विकास भदौरिया के नेतृत्व में हुआ, जिनके समर्पण और नेतृत्व ने इस कार्यक्रम को एक आदर्श रूप दिया।
मुख्य अतिथि धनंजय सिंह ने समाज को संबोधित करते हुए शिक्षा और सामाजिक एकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “आज के समय में शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण है, और हमें अपने समाज के हर व्यक्ति को शिक्षित करने पर जोर देना चाहिए। इसके साथ ही, एक-दूसरे की मदद करना हमारा सामाजिक कर्तव्य है।” उन्होंने क्षत्रिय समाज से अपील की कि वे किसी भी कीमत पर अपनी जमीनें न बेचें, क्योंकि यह हमारे पूर्वजों की धरोहर है और इसे बचाए रखना हमारा दायित्व है।
शिव भूषण सिंह ने क्षत्रिय समाज के गौरवशाली इतिहास का स्मरण कराते हुए कहा, “हमारा इतिहास संघर्ष, वीरता और स्वाभिमान का प्रतीक है। हमें अपने इतिहास से प्रेरणा लेकर समाज के विकास में योगदान देना चाहिए।” उन्होंने समाज को एकजुट रहने और आपसी सहयोग को बढ़ावा देने की बात कही।
वहीं, देवदूत बानर सेना के संरक्षक अजित प्रताप सिंह ने अपने संबोधन में लोगों से अपील की कि वे जरुरतमंदों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहें। उन्होंने कहा, “गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों की मदद के लिए हम सबको आगे आना चाहिए, चाहे वह रक्तदान हो या आर्थिक मदद। यह हमारा कर्तव्य है कि हम समाज के उन लोगों की मदद करें जो कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।”
कार्यक्रम का समापन क्षत्रिय स्वाभिमान मंच के अध्यक्ष विकास भदौरिया के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने सभी अतिथियों और लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “आप सभी के सहयोग और समर्थन से ही यह आयोजन सफल हुआ है। हमारा समाज जब तक एकजुट रहेगा, तब तक हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकेंगे।”
इस महोत्सव ने समाज में शिक्षा, एकता, और सेवा के महत्व को रेखांकित किया, और सभी उपस्थित लोगों ने इन मूल्यों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।