मयंक भदौरिया इटावा, के एक समर्पित समाजसेवी हैं, जिनका जीवन समाज सेवा के प्रति उनके अटूट समर्पण का प्रमाण है। उनका जीवन समाज के विकास और जन कल्याण के लिए समर्पित रहा है, और उनके प्रयासों ने उन्हें इटावा और आसपास के क्षेत्रों में एक प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में स्थापित किया है।
बढ़पुरा ब्लाक की उदी में 24 जून 1990 को जन्मे मयंक भदौरिया ने बचपन से ही होनहार रहे है। उनके पिता अशोक सिंह भदौरिया और माता मधु सिंह भदौरिया ने उन्हें सदैव समाज के प्रति संवेदनशील रहने की शिक्षा दी। उनके परिवार ने उन्हें हमेशा समाज की सेवा के लिए प्रेरित किया, जिससे मयंक के अंदर समाज सेवा की भावना और प्रबल हुई।
मयंक ने अपनी शिक्षा बीटेक (B.Tech) और एमटेक (M.Tech) में पूरी की, जिससे उन्हें तकनीकी और प्रबंधकीय कौशल प्राप्त हुआ। इस शिक्षा ने उन्हें समाज के प्रति एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाने और समाज सेवा के अपने मिशन को प्रभावी ढंग से पूरा करने में मदद की।
मयंक भदौरिया अपने प्रबंधकीय कौशल और समाज की गहरी समझ के चलते 2014 प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी की चुनाव प्रचार समिति के बनारस में सदस्य रहें हैं। मयंक ने बनारस में चुनाव के दौरान कठिन मेहनत और लगन से कार्य किया जिसकी प्रशंसा प्रबंधन संभाल रहे वरिष्ठ लोगों ने की।
मयंक भदौरिया का समाज सेवा में योगदान बहुआयामी रहा है। उन्होंने 2014 से 2019 के बीच सरकारी योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने का महत्वपूर्ण कार्य किया। उन्होंने गाँव-गाँव जाकर लोगों को योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद की और लगभग 10,000 लोगों को सरकारी सुविधाओं से लाभान्वित किया।
कोविड-19 महामारी के दौरान, जब पूरा देश एक अभूतपूर्व संकट से जूझ रहा था, मयंक ने स्वयंसेवक के रूप में आगे बढ़कर अभूतपूर्व सेवा का परिचय दिया। उन्होंने निःशुल्क चिकित्सा सेवाओं, दवाइयों, राशन, और ब्लड की व्यवस्था करके समाज के निचले तबके के लोगों की मदद की। उनके प्रयासों ने हजारों लोगों को संकट की घड़ी में राहत पहुंचाई।
मयंक भदौरिया ने पशु सेवा में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने आवारा पशुओं के इलाज और उनके संरक्षण के लिए कार्य किया। इटावा में उन्होंने 1 लाख पौधे लगाने का अभियान चलाया और इनके संरक्षण के लिए एक समर्पित टीम का गठन किया। उनके पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों ने क्षेत्र में हरित आवरण को बढ़ाने में मदद की और समाज को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया।
मयंक भदौरिया ने भारतीय जनता पार्टी के लिए विभिन्न राज्यों में चुनाव प्रबंधन किया। उनके संगठन कौशल और प्रबंधन क्षमता ने उन्हें राजनीति में भी एक विशिष्ट स्थान दिलाया है। उन्होंने समाज के विकास के लिए राजनीतिक मंच का उपयोग करते हुए अनेक योजनाओं और कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक संचालन किया।
वर्तमान में मयंक भदौरिया भारतीय जनता पार्टी एवं इटावा हेल्प डेस्क के साथ जुड़े हुए हैं, जहाँ वे समाज के विकास और जन कल्याण के लिए कार्यरत हैं। उनकी यह भूमिका उन्हें समाज सेवा के प्रति और भी अधिक सक्रिय बनाती है।
मयंक भदौरिया का जीवन समाज सेवा और जन कल्याण के लिए समर्पण का जीता-जागता उदाहरण है। उनके प्रयास समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करते हैं और आने युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनका जीवन सिखाता है कि सच्चे नेतृत्व का अर्थ समाज की सेवा में निहित है, और मयंक भदौरिया ने इसे अपने जीवन में चरितार्थ करके दिखाया है। उनके समर्पण और सेवा भावना ने उन्हें एक उत्कृष्ट समाजसेवी के रूप में स्थापित करती है।