श्री एकाक्षरानन्द आश्रम बिरारी में श्रीमद् भागवत कथा का सातवां दिन, जो अज्ञान को दूर करके ज्ञान प्रदान करे वही सच्चा गुरु है : कौशिक जी महाराज इकदिल, इटावा- श्री एकाक्षरानन्द आश्रम बिरारी में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के सातवें दिन श्रीधाम वृन्दावन से पधारे कथा व्यास राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री ब्रजेंद्र भाई कौशिक जी महाराज ने कहा कि जो अज्ञान को दूर करके ज्ञान प्रदान करे वही सच्चा गुरु है l उन्होंने आगे कहा कि गुरु बनाना बहुत ही आवश्यक है बिना गुरु के बृहमा को भी गति नही है l उन्होंने सुदामा के बारे में बताया कि सुदामा जैसा निष्काम भक्त ही भगवान को प्रिय है जो सामर्थ से ज्यादा दान देता है वही उदार है l भगवान ने दो मुठ्ठी चावल खाकर दो लोक का राज्य दे दिया तीसरा लोक भी देना चाहते थे लेकिन रूकमणि जी ने हाथ पकड़ लिया l परमात्मा ने हमें जो भी दिया है उसमें से दस प्रतिशत दान करना चाहिए l दान से धन की बृद्धि, सेवा तन की शुद्धि, और भागवत भजन से मन की शुद्धि होती है l तीन जुलाई दिन सोमवार को पूर्ण आहूति एवं भंडारे का आयोजन किया जायेगा l इस अवसर पर परीक्षित ओम प्रकाश दीक्षित व श्रीमती गीता दीक्षित, आश्रम के अध्यक्ष स्वामी ज्योतिर्मयानन्द सरस्वती जी, मंत्री मेहर चंद्र चौधरी, कोषाध्यक्ष सर्वेश मिश्रा बॉबी, शरद शुक्ला आदि बड़ी में भक्त गण उपस्थित थे l