Saturday, September 28, 2024
Homeखबरेआईपीएसआर में आयोजित हुई एक दिवसीय सर्पदंश जागरूकता कार्यशाला

आईपीएसआर में आयोजित हुई एक दिवसीय सर्पदंश जागरूकता कार्यशाला

उन्नाव। उत्तर प्रदेश में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सर्पदंश अब राज्य आपदा घोषित है इसी क्रम में पर्यावरण एवं वन्यजीव संरक्षण के लिये कार्यरत संस्था ऑर्गनाइजेशन फ़ॉर कंजर्वेशन ऑफ एनवायरनमेंट एंड नेचर (ओशन) द्वारा स्कूल सेफ्टी (एसएस) ,स्कूल डिजास्टर मेंनेजमेंट प्लान (एसडीएमपी) के तहत राज्य आपदा विषयक सर्प पहचान,सर्पदंश उपचार व सर्पों का महत्व विषय पर आधारित एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यशाला का आयोजन आईपीएसआर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में फार्मेसी के कई सैकड़ा छात्र छात्राओं की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता रहे मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इण्डिया के यूपी कोर्डिनेटर,वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी ने छात्र छात्राओं को प्रोजेक्टर के माध्यम से सर्पो की बेहद सरल पहचान करने के साथ ही सर्प दंश के बाद रोगी के उपचार से जुड़ी कई छोटी छोटी महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा की उन्होंने बताया कि,कभी भी सर्पदंश की स्थिति में मरीज को घबराने नही देना चाहिये क्यों कि,ज्यादा घबराहट या डर से ही अक्सर रोगी की मौत भी हो जाती है। उसे सही समय से सही तरीके से बाइट मार्क (दंश चिन्ह) देख कर ही कोई एंटीवेनम डोज देना चाहिए। क्यों की सभी सर्प जहरीले ही नही होते है लेकिन यह भी जान लेना बेहद जरूरी है कि, जहरीले सर्पों में कोबरा व करैत या रसल वाइपर के काटने का इलाज झाडफूंक नही बल्कि केवल एंटीवेनम/ पोलिवेनम से ही होता है। अंत में उन्होंने सर्पों के महत्व पर चर्चा करते हुये बताया कि,सभी सर्प किसान मित्र होते है जो घरों व खेतों में चूहों को खाकर पर्यावरण संतुलन बनाये रखने में अपनी अहम भूमिका निभाते है और हमे खतरनाक बीमारी प्लेग से भी बचाते है। बैसे खतरनाक बिग फोर प्रजाति में से केवल कोबरा,करैत रसल एवम सॉ स्केल्ड वाइपर से हमें बेहद सावधान रहने की आवश्यकता है। कार्यशाला में प्रश्नोत्तरी पहर में डॉ आशीष ने अंधविश्वासो पर छात्र छात्राओं को जागरूक करते हुए अन्य कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदान कर सामाजिक अंधविश्वास दूर किया। कार्यशाला में छात्र छात्राओं ने भी सर्पदंश उपचार से जुड़े कई प्रश्न पूछे और उनके उत्तर पाकर संतुष्ट दिखे। कार्यक्रम में कार्यक्रम में द्वितीय विशेष वक्ता के रूप में पधारे प्रसिद्ध आई पी एस अधिकारी एवम पूर्व पुलिस उपमहानिरीक्षक रहे हरीश कुमार जी ने बच्चों का ध्यानाकर्षण करते हुए अपनी मोटिवेशनल स्पीच में पढ़ाई का जीवन में महत्व और पढ़ाई के बाद के कैरियर निर्माण के बारे में अपने जीवन के अनुभव साझा करते हुए कहा कि, हमे जीवन में कभी भी हार नहीं मानना चाहिए भले ही हमारे पास कोई भी समुचित संसाधन उपलब्ध न हो क्यों कि जीवन में असंभव जैसा कुछ भी नहीं है बस हम अपनी पहली सफलता को देख कार्य को असंभव मानकर अपना पूर्ण मनोयोग से प्रयास करना छोड़ देते है यही हमारी सबसे बड़ी गलती और कमजोरी भी होती है, उन्होंने कहा कि, हमेशा याद रखिए किसी भी प्रतियोगिता में अपने प्रयास तब तक करते ही रहिए जब तक कि सफलता आपके कदम न चूम ले।

आईपीएसआर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के संस्थापक/ चेयरमैन बद्री विशाल तिवारी ने कहा कि, हमारे फार्मेसी कालेज के छात्र छात्राओं ने आज स्नेक बाइट मैनेजमेंट में मेडिकल इमरजेंसी से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की जो कि उनके द्वारा भविष्य में दी जाने वाली मेडिकल सेवा में भी बहुत ही उपयोगी सिद्ध होगी। आज इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी बच्चों ने सर्पों को पहचानने के साथ साथ सर्पदंश के बाद का जरूरी प्राथमिक उपचार व सही तरीके से पट्टी बांधना भी सीखा आज का सत्र बेहद ही ज्ञान वर्धक रहा कार्यक्रम के अंत में श्री तिवारी ने कार्यशाला में पधारे हुए अतिथियों का आभार प्रकट करते हुए उन्हें प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। संस्था की डायरेक्टर एन त्रिलोचना ने छात्र छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि, हमारा संस्थान सभी छात्र छात्राओं को समय समय पर विभिन्न विषयों पर आधारित कार्यशालाओं के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करने के लिए हमेशा ही प्रतिबद्ध रहता है। कार्यशाला में संस्था अध्यक्ष डॉ जितेंद्र तिवारी सहित कई सैकड़ा छात्र छात्राएं मौजूद रहे।

इटावा का पोल

spot_img
spot_img
हमारा इटावा
प्रशासनिक अधिकारी
चिकित्सक

Advertisements

spot_img

आज की खबरें