बारिश के मौसम में वन्यजीवों की हलचल आम हो गई है और इसी क्रम में आज एक खतरनाक करैत सांप सरोज वृद्धाश्रम, महेरा फाटक (थाना फ्रेंड्स कॉलोनी क्षेत्र) में एक कमरे में घुस आया, जिससे वहां रह रहे बुजुर्गों में हड़कंप मच गया।
सुबह के समय बुजुर्गों ने चारपाई के नीचे काले और सफेद छल्लेदार करैत सांप को देखा तो डर के मारे शोर मच गया। सांप को भगाने की कोशिश की गई, लेकिन वह कमरे के एक कोने में जाकर डिब्बे के पीछे छिप गया।
घटना की सूचना आश्रम के मैनेजर आशीष यादव ने तुरंत आश्रम संचालक और सर्पमित्र डॉ. आशीष त्रिपाठी को दी। सूचना मिलते ही डॉ. त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और सावधानीपूर्वक रेस्क्यू ऑपरेशन कर सांप को सुरक्षित पकड़ लिया। इसके बाद वन विभाग के निर्देशानुसार उसे प्राकृतिक वास में छोड़ दिया गया।
डॉ. आशीष ने बताया कि यह करैत सांप अत्यंत विषैला और साइलेंट किलर माना जाता है। इसमें न्यूरोटॉक्सिक ज़हर होता है, जो यदि समय पर उपचार न मिले तो जानलेवा हो सकता है। संभवतः यह सांप कमरे में चूहों का पीछा करते हुए घुस आया था।
उन्होंने सभी बुजुर्गों को सतर्क करते हुए कहा कि साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि सांप अक्सर गंदगी, चूहों या नमी की ओर आकर्षित होते हैं। इस प्रकार की घटना में समय पर एंटीवेनम और वेंटीलेटर मिलना जरूरी होता है।
सांप के सुरक्षित रेस्क्यू के बाद आश्रम के स्टाफ और सभी बुजुर्गों ने राहत की सांस ली। आश्रम मैनेजर ने बताया कि पूरे परिसर में कीटनाशक दवा का छिड़काव कराया जाएगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
आश्रम संचालक रविशंकर पांडेय और आशा दीक्षित ने बुजुर्गों की जान बचाने के लिए डॉ. आशीष त्रिपाठी का आभार जताया। रेस्क्यू के दौरान आश्रम का अन्य स्टाफ भी मौजूद रहा।