कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन, गौशाला, पौधारोपण, प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री आवास योजना आदि विषयों पर समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में विकास कार्यों की प्रगति की गहन समीक्षा की गई और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि प्रत्येक पौधारोपण के उपरांत जियो टैगिंग अनिवार्य* रूप से कराई जाए। ग्राम पंचायतों में रोपे गए पौधों का समुचित संरक्षण सुनिश्चित हो और संबंधित अधिकारियों को निगरानी की जिम्मेदारी दी गई। उन्होंने बताया कि *ग्रीन चौपाल* का नया जियो लागू किया गया है, जिसके तहत *माह के हर तीसरे शुक्रवार को सभी ग्राम पंचायतों में ग्रीन चौपाल का आयोजन* किया जाएगा। इसका उद्देश्य पर्यावरणीय जागरूकता को जमीनी स्तर तक ले जाना है।
डीएम ने बताया कि पूरे जनपद में बड़े स्तर पर सहजन भंडारा आयोजित किया जाएगा, जिसमें अधिक से अधिक सहजन पौधों का रोपण कराया जाएगा। साथ ही उन्होंने निर्देशित किया कि हर ब्लॉक में कुछ ग्राम पंचायतों को चिन्हित कर वहां वर्मी कम्पोस्ट निर्माण के लिए लोगों को प्रशिक्षण देकर कार्य प्रारंभ कराया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिन गौशालाओं में जलभराव और कीचड़ की समस्या है, वहां एक प्रभावी कार्ययोजना बनाकर जल्द से जल्द समस्या का समाधान सुनिश्चित किया जाए, जिससे गौवंशों को कोई परेशानी न हो।
बैठक में आंगनवाड़ी केंद्रों की स्थिति पर चर्चा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जर्जर भवनों में बच्चों को कदापि न बैठाया जाए और ऐसे भवनों को तत्काल ध्वस्त कराना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही जहां-जहां केंद्र निर्माणाधीन हैं, उन्हें समयबद्ध तरीके से पूरा कराया जाए और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार गौतम, सामाजिक निदेशक वानिकी विकास नायक, जिला पंचायत राज अधिकारी बनवारी सिंह, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी रमेश चंद्र, पशु चिकित्साधिकारी मनोज कुमार सहित विभिन्न विभागों के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।