बकेवर:- भारतीय स्टेट बैंक शाखा बकेवर के प्रबंधक ऋषिकेश मदनावत और कैशियर इंद्रजीत यादव की सूझबूझ के चलते बकेवर निवासी एक सेवानिवृत शिक्षिका सुधा गुप्ता (परिवर्तित नाम) व उसके पति जो की फ्रॉड कॉल के जरिए डिजिटल अरेस्ट होकर बैंक से 15 लाख रुपए फ्रांडिए द्वारा बताए गए खाते में ट्रांसफर करने बैंक में पहुंचे थे एन वक्त पर प्रबंधक और कैशियर द्वारा भाप लेने के चलते दंपति रुपए के भारी नुकसान से बचेंगे।
खबर पाकर बैंक पहुंचे राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रदेशीय मंत्री / जिलाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने अपने साथियों के साथ शाखा प्रबंधक ऋषिकेश मदनावत व कैशियर इन्द्र जीत यादव की कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए उन्हें पटका पहना कर और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। साथ में सभी कर्मचारियों को मिष्ठान वितरण किया।
वाक्या इस तरह है कि गुप्ता दंपति के पास एक फ्रॉड कॉल आती है कि “आप गुप्ता जी बोल रहे हैं मैं दिल्ली से आईजी बोल रहा हूं आपका लड़का पहलगाम में हुए हमले में शामिल था उन्होंने कहा कि मेरा लड़का तो वहां पहुंच ही नहीं सकता नौकरी कर रहा है तो उधर से रौबदार आवाज में कहा गया कि वह गलत संगत में पड़ गया है तुमको पता भी नहीं, आसिफ अंसारी ने उसका नाम बताया है” तो गुप्ता दंपति घबरा गए उधर से फिर आवाज आई की बहुत बुरा हाल हो जाएगा तुम्हारे परिवार का, देशद्रोह के आरोप में फांसी होगी तुम्हारा कनेक्शन पाकिस्तान से है।
वहां से तुम्हारे खाते में फंडिंग भी हुई है मना करने पर जानकारी हेतु उसने बैंक का खाता नंबर ,आधार, नंबर पैन नंबर आदि सभी पूछ लिया बाद में कहा कि तुम एटीएम नहीं चलाती हो तो उन्होंने कहा मैं एटीएम नहीं चलता हूं खाते की रकम जानने के बाद उन्होंने कहा कि अगर आप बचाना चाहते हो तो 15 लख रुपए आधे घंटे के भीतर बताए गए खाता नंबर में ट्रांसफर करिए घबराए हुए दंपत्ति भारतीय स्टेट बैंक की शाखा बकेवर में पहुंचे और उन्होंने पैसे ट्रांसफर करने हेतु आर टी जी एस फॉर्म को भरकर कैशियर को दिया तो कैशियर इंद्रजीत यादव को कुछ शक हुआ उसने कहा आप इतने रुपए भेज कर पूरा खाता ही खाली कर रहे हो क्या कोई बात है तो उन्होंने कहा आप शीघ्र ही पैसा ट्रांसफर करिए इसके बाद कैशियर ने उनको शाखा प्रबंधक ऋषिकेश मदनावत के पास भेजा जैसे ही मदनावत ने बात की तो उन्होंने मामले को भाँप लिया उन्होंने कहा गुप्ता जी क्या बात है जो इतने पैसे को आज किसी खाते में ट्रांसफर कर रहे हो तो गुप्ता दंपति घबराए हुए बैठे रहे ।उसी समय इस फ्रोड़िए की वीडियो कॉल आ जाती है वह पुलिस की ड्रेस में बैठा हुआ कह रहा था कि अभी तक पैसे ट्रांसफर नहीं करवाए उन्होंने कहा मैं शीघ्रता कर रहा हूं तो शाखा प्रबंधक ने उससे बात की उन्होंने जब बात की तो मामला समझमेंआते ही उसने उधर से कॉल डिस्कनेक्ट कर कर दी शाखा प्रबंधक ने दंपति को समझाया और बताया कि वो आज बहुत बड़े फ़्रॉड से बच गए हैं।
इधर खबर लगते ही राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रदेशीय मंत्री /जिला अध्यक्ष जितेंद्र कुमार त्रिपाठी अपने साथियों के साथ बैंक पहुंचे और उन्होंने बैंकस्टाफ़की बहुत सराहना की। सभी साथियों के साथ उन्होंने प्रबंधक व कैशियर को सम्मानित किया। प्रबंधक ने कहा कि आजकल बहुत ही संभल कर चलने की जरूरत है और सरकारी अधिकारियों ,पुलिस सीबीआई ,कस्टमर बैंक से केवाईसी और ओटीपी आज पूछे जाने पर आप कतई नहीं बताएं क्योंकि इस प्रकार की कोई भी जानकारी नहीं की जाती है।बताते ही खाते से रक़म निकाल ली जाती है। इससे पहले भी दो लोगों के एटीएम कार्ड ए टी एम से पैसे निकालते समय फ्राड़िये द्वारा बदल लेने पर शीघ्र कार्रवाई करते हुए शाखा प्रबंधक ने कार्ड को लॉक कर दिया था जिससे कोई नुकसान न हो सका। सम्मानित करने वालों में जितेंद्र कुमार त्रिपाठी के साथ ही संजय कुमार त्रिपाठी ,रामकृष्ण दुबे ,नवनीत कुमार पाण्डेय, शिवसागर ,नीरज पाल राहुल शुक्ला आदि उपस्थित रहे।