विकास भवन में आज बेसिक शिक्षा विभाग के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का लोकार्पण, शिलान्यास और शुभारंभ समारोह बड़े धूमधाम से आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में विधायक सदर सरिता भदौरिया, जिलाधिकारी इटावा और शिक्षा विभाग से जुड़े अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य जनपद में शिक्षा के स्तर को सशक्त बनाना और विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की नींव को और अधिक मजबूत बेहतर शिक्षा, उन्नत भविष्य की ओर एक और कदमकरना रहा।
इस अवसर पर जिले के निपुण विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। यह सम्मान शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को मान्यता प्रदान करता है और अन्य शिक्षकों को भी प्रेरणा देता है कि वे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में और अधिक प्रयास करें।
कार्यक्रम के दौरान लाइव प्रसारण के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने लखनऊ स्थित लोक भवन से प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र में नई पहल की। उन्होंने 39 उच्चीकृत कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के नवनिर्मित भवनों एवं अतिरिक्त डॉरमेट्री का लोकार्पण किया। इसके साथ ही 43 मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालयों और 66 मुख्यमंत्री अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालयों का शिलान्यास भी किया गया।
मुख्यमंत्री जी ने यह भी घोषणा की कि छात्रों की मूलभूत आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए ड्रेस, स्वेटर, स्कूल बैग, जूता-मोजा और स्टेशनरी क्रय हेतु प्रति छात्र-छात्रा ₹1,200 की धनराशि उनके माता-पिता या अभिभावक के बैंक खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से भेजी जाएगी। यह पहल छात्रों की शिक्षा में निरंतरता बनाए रखने और परिवारों पर आर्थिक बोझ कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस कार्यक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया कि प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में समग्र और प्रभावशाली सुधार के लिए कटिबद्ध है। ऐसी योजनाएं न केवल छात्रों को बेहतर संसाधन मुहैया कराती हैं, बल्कि एक सशक्त, शिक्षित और आत्मनिर्भर भविष्य की आधारशिला भी रखती हैं। इटावा समेत पूरे उत्तर प्रदेश में यह अभियान शिक्षा की नई रोशनी फैलाने वाला साबित होगा।