कांग्रेस के जुझारू नेता मोहम्मद राशिद पर एक बार फिर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने विश्वास जताया है। उन्हें पुनः शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उनके अध्यक्ष बनने की घोषणा होते ही पार्टी कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई।
मोहम्मद राशिद का राजनीतिक सफर काफी सराहनीय रहा है। वर्ष 2015 में उन्हें पहली बार शहर कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया, जहां उन्होंने 5 साल 6 महीने तक अपनी सेवाएं दीं। इसके बाद वर्ष 2020 में उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक विभाग के सचिव एवं महासचिव की जिम्मेदारी संभाली। वर्ष 2021 में वे उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव बने, जबकि 2022 में इटावा सदर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा। वर्ष 2024 में उन्हें पुनः उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का सचिव नियुक्त किया गया।
मोहम्मद राशिद केवल एक राजनेता ही नहीं, बल्कि एक समाजसेवी भी हैं। उन्होंने एनआरसी जैसे गंभीर मुद्दे पर तीन दिवसीय भूख हड़ताल की थी। कोरोना काल के दौरान उन्होंने समाजसेवी के रूप में जरूरतमंदों की हर संभव सहायता की और राहत सामग्री वितरित की।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद मोहम्मद राशिद ने प्रियंका गांधी सहित उत्तर प्रदेश के प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय सचिव तथा समस्त शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वे अपनी जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा के साथ निभाएंगे और आम आदमी की आवाज बनने का काम करेंगे।
मो. राशिद को उनकी नियुक्ति पर कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने बधाई दी। इस अवसर पर मलखान सिंह, पल्लव दुबे, कोमल सिंह कुशवाहा, शौजब रिज़वी, संजय दोहरे, आलोक यादव, अरुण यादव, प्रशांत तिवारी, प्रेम किशोर द्विवेदी, करन सिंह राजपूत, नासिर जलील, अरशद अली, सरवर अली सहित कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने खुशी जाहिर की।