विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर सामाजिक वानिकी प्रभाग और जिला गंगा सुरक्षा समिति के तत्वाधान में पूर्व माध्यमिक विद्यालय राजा का बाग में जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में गौरैया संरक्षण और पर्यावरण संतुलन पर चर्चा की गई।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए प्रधानाध्यापक वारिसल्का तबस्सुम ने कहा कि गौरैया हमारे घरों से विलुप्त होती जा रही है, यहां तक कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसकी संख्या कम होती जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि हम प्रतिदिन थोड़ा अनाज और पानी किसी बर्तन में रखें, तो यह “रूठा मेहमान” फिर से हमारे आंगन में फुदकने लगेगा।
कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों और शिक्षकों ने गौरैया संरक्षण का संकल्प लिया और पक्षियों के लिए दाना-पानी रखने की आदत विकसित करने पर जोर दिया। आयोजकों ने लोगों से अपील की कि वे गौरैया को बचाने के लिए पेड़ों की कटाई को रोकें और उनके लिए अनुकूल वातावरण तैयार करें।